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अक्टूबर में शुरू हो जाएगी गन्ने की पेराई

Last Updated- December 07, 2022 | 11:05 PM IST

उत्तर प्रदेश (यूपी) के गन्ना किसानों का इंतजार अब खत्म होने वाला है। 15 अक्टूबर से राज्य की कुछ मिलें पेराई शुरू करने जा रही हैं।


हालांकि उत्तर प्रदेश की बाकी चीनी मिलों ने नवंबर के अगले हफ्ते में पेराई का काम शुरू करने का निर्णय लिया है। दूसरे राज्यों में मिलों ने नवंबर से पेराई शुरू करने का निर्णय लिया है। इस बीच खबर है कि उत्तर प्रदेश के गन्ना किसान कीमत में बढ़ोतरी न होने से काफी नाराज हैं।

गन्ने की कम कीमतों से परेशान किसानों का तो यहां तक कहना है कि भुगतान नहीं बढ़ने पर वे अगले साल गन्ने का उत्पादन और कम कर देंगे। पिछले साल के मुकाबले इस साल देश भर में गन्ने के उत्पादन में 13 से 15 फीसदी की कमी होने की उम्मीद है।

उत्तर प्रदेश की दया शुगर मिल के सलाहकार डी. के. शर्मा कहते हैं कि उनकी मिल में 15 अक्टूबर से पेराई शुरू होने जा रही है। उत्तर प्रदेश की कई अन्य बड़ी मिलों ने भी अक्टूबर में ही पेराई आरंभ करने की योजना बनाई है। हालांकि देश की अधिकतर मिलें नवंबर में गन्ने की पेराई करेंगी।

शर्मा ने बताया कि फिलहाल वे किसानों को गन्ने का भुगतान सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय 115 रुपये प्रति क्विंटल की दर से करेंगे। मिल मालिकों के मुताबिक, उत्पादन कम होने के कारण इस साल 15 फरवरी से अधिक समय तक पेराई का काम नहीं चलेगा। गौरतलब है कि गन्ने की पेराई मार्च महीने तक चलती है।

उत्तर प्रदेश के मिल प्रबंधकों के मुताबिक, इस साल प्रदेश में पिछले साल के मुकाबले चीनी उत्पादन में 15 फीसदी की गिरावट हो सकती है। देश भर में चीनी उत्पादन में महाराष्ट्र के बाद उत्तर प्रदेश का स्थान दूसरा है। पिछले साल देश में चीनी का कुल उत्पादन 280 लाख टन था लेकिन इस बार देश भर में चीनी के उत्पादन में 20 फीसदी की कमी होने की संभावना है।

उत्पादन में कमी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में चीनी का स्टॉक न होने से उत्पादक अभी से चीनी की कीमत में बढ़ोतरी की संभावना जाहिर कर रहे हैं। शर्मा कहते हैं कि नई चीनी बाजार में आने से इसकी कीमतों पर अल्पकालिक पाबंदी जरूर लगेगी।

वैसे भी केंद्र सरकार आगामी चुनाव तक चीनी का मूल्य नहीं बढ़ने देगी। लेकिन चुनाव के तुरंत बाद चीनी की कीमतें 3 से 4 रुपये प्रति किलोग्राम तक बढ़ सकती है। सरकार ने चीनी के बढ़ते दाम पर अंकुश के लिए अगस्त महीने के लिए 2 लाख टन तो सितंबर महीने के लिए 3 लाख टन अतिरिक्त चीनी बाजार में उतारने का आदेश दिया था।

इसके परिणामस्वरूप सितंबर महीने के आखिर में चीनी के भाव में 40 से 100 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गयी। उधर उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों का कहना है कि अदालत ने गन्ने की नयी दर तय करने के लिए सरकार को समिति बनाने के लिए कहा था लेकिन अब तक इस दिशा में कोई प्रयास नहीं किया गया है।

First Published - October 8, 2008 | 11:54 PM IST

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