सरकारी स्वामित्व वाली ट्रेडिंग कंपनी पीईसी ने आयातित दालों और तेलों की बिक्री के लिए घरेलू कारोबारियों एवं कंपनियों से ठेके आमंत्रित किए हैं।
कंपनी के अनुसार, निविदा दालों के लिए ठेके 22 मई को बंद होंगे जबकि इस पर 29 मई को निर्णय लिया जाएगा। वहीं तेलों के ठेके 23 मई को बंद होंगे जबकि उसी दिन इस पर निर्णय ले लिया जाएगा।
पीईसी ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि तुअर, लेमन तुअर, उड़द एफएक्यू, मूंग और चिक मटर दालों की बिक्री के लिए ठेके मंगाए गए हैं। कंपनी ने बताया कि तुअर दाल को मालावी, मोजांबिक और म्यांमार से खरीदा गया है, जबकि चिक मटर को आस्ट्रेलिया से मंगवाया गया है।
कंपनी के अनुसार, प्रत्येक उत्पाद के लिए व्यापारी न्यूनतम 400 टन के लिए बोली लगाएंगे। ये दालें मुंबई और चेन्नई के भंडारण गृह में पड़ी हुई हैं। उसके अनुसार, घरेलू मांग को पूरा करने के लिए सरकार ने वित्तीय वर्ष 2007-08 में 15 लाख टन दालों का आयात किया था।
सार्वजनिक क्षेत्र की कारोबारी एजेंसियों ने पिछले साल अप्रैल से इस साल 6 मई तक 14 लाख टन दाल का आयात किया है, जिसमें 90 हजार टन पीली मटर शामिल है। आयातित दालों की खेप में से लगभग 1.19 लाख टन दाल भारत पहुंच चुकी है और 1.05 लाख टन दाल को घरेलू बाजार में बेचा जा चुका है।
फर्म ने इसके अलावे खाद्य तेल की आपूर्ति मजबूत करने के लिए जून में सप्लाई होने वाले 24 हजार टन आरबीडी पामोलीन के लिए निविदाएं आमंत्रित की है। एक विज्ञप्ति में कंपनी ने बताया कि बोली 23 मई को बंद होगी और उसी दिन इस पर निर्णय कर लिया जाएगा।
सरकार ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत लोगों को खाद्य तेल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए हाल ही में वित्त वर्ष 2008-09 में राज्य की कारोबारी एजेंसियों एमएमटीसी, पीईसी, एसटीसी और नैफेड के जरिए 10 लाख टन खाद्य तेल का आयात करने के लिए निर्णय लिया है।
पिछले सप्ताह पीईसी ने कच्चा डिगम सोयाबीन तेल का आयात करने के लिए निविदा जारी की थी। इससे पहले एमएमटीसी और एसटीसी ने भी विदेशों से 44 हजार टन और 24 हजार टन खाद्य तेल आयात करने के लिए बोली आमंत्रित की थी। पीईसी के अनुसार, उसने आरबीडी पामोलीन को इंडोनेशिया एवं मलेशिया से खरीदने की योजना बनाई। स्टेट ट्रेडिंग कार्पोरेशन (एसटीसी) और नेशनल एग्रीकल्चर कोआपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन (नैफेड) अपने स्तर पर खाद्य तेल का आयात करेंगी।
ठेका की शर्तों के मुताबिक, बोलीदाता को 1 जून से 30 जून के बीच पूर्वी बंदरगाह के लिए 12 हजार टन आरबीडी पामोलीन जबकि पश्चिमी बंदरगाह के लिए 12 हजार टन की आपूर्ति कराना है। कंपनी ने बताया कि बोलीदाता समूची मात्रा के लिए बोली लगा सकती हैं, यही नहीं वे अतिरिक्त मात्रा के लिए भी बोली लगा सकते है।