धलाई के अलावा दो अन्य जिलों में बर्ड फ्लू फैलने की खबरों के बीच त्रिपुरा सरकार ने राज्य में रेड अलर्ट जारी कर दिया है।
जबकि धलाई में मुर्गे-मुर्गियों को मारने का काम गुरुवार को भी जारी रहा। राज्य में अभी भी बाहर से पॉल्ट्री की खरीद-फरोख्त पर पाबंदी लगी हुई है।राज्य के दक्षिणी त्रिपुरा जिले के बेलोनिया सबडिवीजन के नेहारनगर में पिछले एक हफ्ते में 200 मुर्गे-मुर्गियों केमरने की खबर है जबकि पश्चिमी त्रिपुरा के सदर सबडिवीजन के कटलामारा क्षेत्र में पिछले तीन दिनों में कुछ कौए मरे हुए पाए गये हैं।
वेटरनिटी डॉक्टरों ने मरे हुए पक्षिओं के नमूने ले लिए हैं जिनको परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेजा जाएगा। प्रारंभिक जांच में इन डॉक्टरों बर्ड फ्लू जैसी कोई बात नहीं नजर आती। जांच में इन पक्षिओं में पैब्रिन और रानीखेत जैसी बीमारियों के लक्षण दिखाई दिए हैं।
राज्य के पशु संसाधन विभाग के सचिव वी वेंकटश्वरलू की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई जिसमें निर्णय लिया गया कि पश्चिमी त्रिपुरा जिले के खोबाई, सदर और सोनामुरा सबडिवीजन और दक्षिणी त्रिपुरा के बेलोनिया सबडिवीजन में गुरुवार से ही वेटरनिटी डॉक्टर काम में लग जाएंगे।
गौरतलब है कि जबसे त्रिपुरा में बर्ड फ्लू का मामला सामने आया है तब से धलाई जिले के कमालपुर सबडिवीजन की 8 ग्राम पंचायतों में 8 अप्रैल से मुर्गे-मुर्गियों को मारने का अभियान जारी है। इसके चलते राष्ट्रीय संचारी रोग संस्थान नैशनल इंस्टीटयूट ऑफ कम्युनिकेबल डिसीज से डॉक्टरों की विशेष टीम प्रभावित क्षेत्र के दौरे पर भेजी गई थी। इस टीम ने मंगलवार से 1500 लोगों का परीक्षण भी किया है जिसमें से कोई भी बर्ड फ्लू से प्रभावित नहीं पाया गया है।