घड़ी बनाने वाली नामचीन कंपनी अजंता ने अब बिजली उपकरणों के क्षेत्र में कुछ नया करने की ठान ली है।
कंपनी बिजली के उपकरण तो पहले से ही बना रही थी, लेकिन अब वह ऐसे उपकरणों पर जोर दे रही है, जिनमें बिजली की खपत कम से कम हो। मॉर्बी की यह कंपनी पहले से ही कॉम्पैक्ट फ्लोरेसेंट लैम्प (सीएफएल), सेरामिक, स्नैकक्स और ई-बाइक्स के कारोबार में है बिजली बचाने वाले उपकरणों में वह ऐसे उपकरण बनाएगी, जिनका घरों में इस्तेमाल हो सके।
अजंता मैन्युफैक्चरिंग लिमिटेड ने इस परियोजना के लिए शुरुआती तौर पर 10 करोड़ रुपये का निवेश करने की है। अंजता समूह के प्रबंध निदेशक, जयसुख पटेल का कहना है, ‘इन उत्पादों के जरिये हम मध्यम वर्ग के बाजार में संभावनाएं तलाश रहे हैं। यह वह वर्ग है, जो बिजली का बिल कम करने के लिए तमाम उपाय ढूंढता रहता है।अब उसके पास बिजली का बिल कम करने का एक अच्छा विकल्प होगा।’ उनके अनुसार इस उत्पाद की शृंखला ऐसे घरों के लिए बेहद अच्छी रहेगी, जहां बिजली के लिए सिंगल फेज का इस्तेमाल किया जाता है।
कंपनी अपनी इस उत्पादन इकाई के लिए कोरिया की तकनीक का इस्तेमाल करेगी। अंजता की योजना बिजली बचाने वाले इस उपकरण की कीमत लगभग 1 हजार से 2 हजार रुपये के बीच रखने की है। हालांकि अभी तक कंपनी ने इसके लिए कोई आंकड़ा तय नहीं किया है। साथ ही उसने बिक्री के बारे में भी कोई लक्ष्य फिलहाल निर्धारित नहीं किया है। अजंता समूह बुनियादी ढांचागत निर्माण क्षेत्र में भी अवसर तलाश रहा है और समूह ने सौराष्ट्र में एक बंदरगाह बनाने के लिए अपनी बोली भी लगा दी है।