अमेरिका में मंदी की मार समाचार उद्योग खास तौर पर अखबारों के कर्मचारियों पर पड़ रही है। पिछला एक हफ्ता तो अमेरिका के नामी अखबारों के लिए काफी खराब रहा, जब पिछले कुछ सालों की सबसे बड़ी कटौती से इस उद्योग को रूबरू होना पड़ा।
इस दौरान 6 अखबारों ने कहा कि वे कर्मचारियों के वेतन में कटौती करेंगे, जबकि एक अखबार ने छपाई का काम आउटसोर्स करने की बात कही। अमेरिकी प्रकाशन जगत की बड़ी कंपनी ट्रिब्यून ने तो शिकागो के अपने मुख्यालय और उस इमारत को बेचने तक की बात कह डाली, जिसमें लॉस एंजेलिस टाइम्स जैसे बड़े अखबार का कार्यालय है।
पिछले कुछ महीनों में आई इस गिरावट से वित्तीय विश्लेषक भी हैरान हैं। उनमें से ज्यादातर का कहना है कि गिरावट का अंदाजा लगा पाना मुश्किल है और हालात अभी कितने बिगड़ेंगे, कोई इस बारे में कुछ नहीं कह सकता। क्रेडिट एनालिसिस कंपनी फिच रेटिंग्स के मीडिया विश्लेषक माइक सिमोंटन ने कहा, ‘ अखबार किसी तरह से जिंदा भर हैं। अब इस क्षेत्र से हमें ज्यादा उम्मीद नहीं दिख रही। असल में तो प्रकाशकों को भी इस कदर गिरावट की उम्मीद नहीं थी।’
पिछले दो हफ्तों में ही ट्रिब्यून के दो अखबार हार्टफोर्ड कोरैंट और द बाल्टीमोर सन में कर्मचारियों की संख्या कम करने का ऐलान किया गया है। उनके अलावा द पाम बीच पोस्ट और डेटोना बीच जर्नल में भी स्टाफ कम करने की बात कही गई। द डेट्रॉयट न्यूजज और डेट्रॉयट फ्री प्रेस भी अपने साझे उपक्रम में 7 फीसद तक की कटौती करने की बात कह रहे हैं। नामी अखबार बोस्टन हेराल्ड ने अपने यहां छपाई का काम आउटसोर्सिंग के जरिये कराने की बात कही है। यदि ऐसा होता है, तो उसके 160 कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे। कई अन्य बड़े अखबार भी अपने कर्मचारियों की संख्या 10 फीसद तक कम करने की बात कह रहे हैं।