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भारती के डीटीएच सिग्नल हो गए ‘ब्लॉक’

Last Updated- December 07, 2022 | 11:04 AM IST

डायरेक्ट टु होम (डीटीएच) सेवा शुरू कर मुनाफा कमाने के भारती समूह के मंसूबों पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय कुछ समय के लिए ही सही पानी फेर सकता है।


दरअसल विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के नियमों और क्रॉस मीडिया ओनरशिप के कानून तोड़ने के मसले पर मंत्रालय ने सुनील भारती मित्तल के समूह की डीटीएच कंपनी भारती टेलीमीडिया के नाम कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है।

हालांकि कंपनी की महत्वाकांक्षी योजना को अभी इस नोटिस से हल्का धक्का ही लगा है, लेकिन दोषी पाए जाने पर मामला गंभीर भी हो सकता है। ऐसी सूरत में मंत्रालय कंपनी को दिया गया डीटीएच लाइसेंस निलंबित भी कर सकता है। कंपनी के लिए यह परेशानी की शुरुआत है क्योंकि देश के विभिन्न हिस्सों में भारती टेलीमीडिया अपनी डीटीएच सेवा का परीक्षण भी शुरू कर चुकी है। उसकी योजना महीने भर के अंदर व्यावसायिक मैदान में उतरने की है।

इस बीच मंत्रालय ने अपने नोटिस में कहा है कि भारती टेलीमीडिया ने विदेशी निवेश मंजूरी बोर्ड से हरी झंडी नहीं ली, जबकि परोक्ष रूप से उसने विदेशी निवेश हासिल कर लिया। इस कंपनी में दो कंपनियों ने निवेश किया है – भारती एयरटेल (40 फीसद हिस्सेदारी) और भारती एंटरप्राइजेज (60 फीसद) हिस्सेदारी। इनमें भारती एयरटेल में 21.64 फीसद विदेशी हिस्सेदारी है। नियमों के मुताबिक किसी भी विदेशी निवेश के लिए बोर्ड की मंजूरी अनिवार्य है।

इसके अलावा भारती एयरटेल का पंजीकरण केबल ऑपरेटर कंपनी के तौर पर है। लेकिन डीटीएच संबंधी नियमों में साफ तौर पर कहा गया है कि डीटीएच का लाइसेंस हासिल करने वाली कंपनी में किसी भी प्रसारणकर्ता कंपनी की 20 फीसद से ज्यादा हिस्सेदारी नहीं हो सकती। मंत्रालय में एक वरिष्ठ अधिकारी ने नोटिस दिए जाने की पुष्टि की। कंपनी के प्रवक्ता ने इस बारे में संपर्क किए जाने पर लिखित उत्तर दिया।

उसने लिखा, ‘विदेशी प्रत्यक्ष निवेश और विदेशी हिस्सेदारी समेत तमाम पहलुओं पर हमने उन सभी शर्तों और नियमों का पालन किया है, जिन्हें डीटीएच लाइसेंस के लिए तय किया गया है। ये सभी ब्यौरे सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के पास जमा किए गए हैं और इन्हें देखने के बाद ही मंत्रालय ने हमें लाइसेंस दिया है।’ डीटीएच का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। भारत में इसके लगभग 60 लाख ग्राहक हैं। फिलहाल एस्सेल समूह की डिश टीवी और टाटा संस-स्टार टीवी की संयुक्त उपक्रम कंपनी टाटा स्काई इस मैदान में सबसे आगे हैं।

सन टीवी नेटवर्क की सन डायरेक्ट भी डीटीएच कंपनी है, लेकिन उसकी पहुंच दक्षिण भारतीय राज्यों तक ही सीमित है। भारती टेलीमीडिया इस क्षेत्र की चुनिंदा नई कंपनियों में है। उसके अलावा बिग टीवी और वीडियोकॉन भी डीटीएच होड़ में कदम रखने वाली हैं। बिग टीवी रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह की कंपनी है। उद्योग के जानकारों के मुताबिक ये सभी कंपनियां अगले 4 महीनों के भीतर व्यावसायिक सेवाएं शुरू कर देंगी।

…अटक गई भारती की छतरी

भारती टेलीमीडिया ने कर ली है व्यावसायिक लॉन्च की पूरी तैयारी
लेकिन विदेशी निवेश और दूसरे पहलुओं पर सरकार हो गई उससे खफा
सूचना प्रसारण मंत्रालय का नोटिस बिगाड़ सकता है कंपनी का डीटीएच गणित

First Published - July 15, 2008 | 12:48 AM IST

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