बॉम्बे डाइंग अपनी प्रमुख रेंज के विस्तार के तहत अब ग्रामीण वस्त्र बाजार पर ध्यान केंद्रित कर रही है। कंपनी ग्रामीण और अर्द्ध-ग्रामीण क्षेत्रों में अपने उप-ब्रांड ब्लूम्स को बढ़ावा दे रही है।
बॉम्बे डाइंग के कार्यकारी निदेशक एस. के. गुप्ता कंपनी की आगामी योजनाओं पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहते हैं, ‘कंपनी ने सभी कीमत बिंदुओं पर बने रहने की योजना बनाई है और ब्लूम्स हमें शुरुआती स्तर पर ग्राहकों तक पहुंच बनाने में सक्षम बनाएगा।
इस ब्रांड को टेस्ट मार्केटिंग के दौरान अच्छा रेस्पोंस मिला और वितरण के लिए मंडी शहरों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।’कंपनी को बॉम्बे डाइंग के इस ब्रांड के प्रति बड़ी संख्या में ग्राहकों के आकर्षित होने की संभावना है। ब्लूम्स मल्टी-ब्रांड आउटलेटों को ध्यान में रख कर सस्ती दरों पर बेड और बाथ सॉल्युशन की पेशकश करेगा।
गुप्ता ने कहा, ‘ब्लूम्स का अनुमानित कारोबार प्रति वर्ष 100 करोड़ रुपये होने की संभावना है।’बॉम्बे डाइंग अपने दूसरे चरण के तहत संगठित ग्रामीण बाजारों में अपना वितरण नेटवर्क मजबूत करने की योजना बना रहा है। एक टेक्स्टाइल कंसल्टेंट के मुताबिक ग्रामीण और अर्द्ध-ग्रामीण इलाकों पर कब्जा जमाना एक बड़ी चुनौती होगी।
उन्होंने कहा, ‘खपत आकार को ध्यान में रख कर टेक्स्टाइल कंपनियां 300 शहरों में संभावनाएं तलाश सकती हैं।’बॉम्बे डाइंग ने ब्रांड निर्माण प्रक्रिया के हिस्से के रूप में तीन वर्षों के दौरान 60 करोड़ रुपये के निवेश से 100 शोरूम खोलने की योजना है।