भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने दूरसंचार के क्षेत्र में बुनियादी ढांचा मुहैया कराने वाली कंपनी नोकिया सीमेंस नेटवर्क(एनएसएन) के साथ ब्रॉडबैंड सेवाओं के लिए समझौता किया है।
इस समझौते के तहत दोनों कंपनियां मिलकर देशभर के लगभग 25,000 गांवों में ब्रॉडबैंड सुविधाएं मुहैया कराएंगी।समझौते के मुताबिक बीएसएनएल, नोकिया सीमेंस के बहुआयामी सॉल्यूशंस सेवाओं का फायदा उठाएगी और इससे सार्वजनिक क्षेत्र की यह इकाई बेहतर हाई-स्पीड इंटरनेट, वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क के साथ साथ सामुदायिक केंद्रों और अन्य ई- गवर्नेंस से जुड़े स्थानों को इंटरनेट के माध्यम से अन्य स्थानों से जोड देगी।
इससे दूर-दराज के गांव भी शहरों की तरह चौबीसों घंटे एक-दूसरे से और मुख्य केन्द्र से जुड़े रहेंगे।ग्राहकों को किफायती दामों पर अच्छी सुविधा मुहैया कराने की शुरुआत भी बीएसएनएल ने की थी। मेगा ब्रॉडबैंड सुविधाओं के लिए किया गया यह क रार भी इस ओर एक कदम माना जा रहा है।
बीएसएनएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक कुलदीप गोयल ने बताया कि नोकिया सीमेंस के साथ इस समझौते से बीएसएनएल को दूसरी प्रतिस्पर्धी कंपनियों के मुकाबले में ज्यादा अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने बताया कि इस समझौते के बाद बीएसएनएल इतने बड़े पैमाने पर गांवों में यह सुविधा देने वाली पहली कंपनी बन जाएगी।
बीएसएनएल की हाई स्पीड इंटरनेट सेवा के शुरू होने से गांवों और शहरों के बीच तकनीक आधारित मौजूदा अंतर को काफी कम किया जा सकेगा। गौरतलब है कि भारत में इस समय कुल 34 लाख ब्रॉडबैंड कनेक्शन उपभोक्ता मौजूद हैं। इनमें से लगभग 17 लाख कनेक्शन उपभोक्ता सिर्फ सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी बीएसएनएल के ब्रॉडबैंड कनेक्शन का इस्तेमाल करते हैं।
इस समझौते के तहत नोकिया अपने इथरनेट- इंटरनेट प्रोटोकॉल डिजिटल सबस्क्राइबर लाइन एक्सेस मल्टीप्लैक्सर्स और चेसिस स्थित एक्सेस स्विच की सुविधाएं भी प्रदान करेगी। इसके साथ ही कंपनी ग्राहकों की सुविधा के लिए कई और उपकरण भी मुहैया कराएगी।
इससे बीएसएनएल के ग्राहकों को बेहतर इंटरनेट स्पीड 8 मेगाबाइट प्रति सेकंड (एमबीपीएस) कंपनी के मौजूदा तांबे के बुनियादी ढांचे पर ही मिल जाएगी। वैसे गांवों तक ब्रॉडबैंड सुविधा पहुंचाने वाली इस योजना पर जुलाई 2008 में कार्य शुरू हो जाएगा।