बिजली संयंत्र परिचालन कंपनी सीएलपी पावर इंडिया ने गुजरात के जाम नगर में पन बिजली परियोजना, समाना पन फार्म स्थापित करने की घोषणा की है।
सीएलपी इंडिया 100.8 मेगावाट वाली इस पन बिजली परियोजना में लगभग 500 करोड़ रुपये निवेश करने वाली है।अभी तक की यह सीएलपी समूह की सबसे बड़ी पन विद्युत परियोजना होगी। इसमें एनरकॉन-ई 53 के 126 टरबाइन बनाना भी शामिल है।
इस प्रत्येक टरबाइन की क्षमता 800 किलोवाट की होगी। यह पन फार्म के दो चरणों में पूरी होने की उम्मीद है, जिसमें से 50.4 मेगावाट का पहला चरण जून 2008 में पूरा होगा और 50.4 मेगावाट का दूसरा चरण जनवरी 2009 तक पूरा हो सकता है। जब यह फार्म पूर्ण रूप से शुरू हो जाएगा, तब उम्मीद की जा रही है कि इससे हर वर्ष बिजली संयंत्रों से निकलने वाले धुएं में से कार्बन-डाई-ऑक्साइड की मात्रा में लगभग 2 लाख टन की कमी होगी।
इस परियोजना का उद्धाटन राज्य के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया और मौके पर गुजरात के ऊर्जा मंत्री सौरभ पटेल और पानी और सिंचाई मंत्री नितिन पटेल भी मौजूद थे। सीएलपी पावर इंडिया हाँग-काँग के सीएलपी समूह की सहायक कंपनी है।
सीएलपी के कार्यकारी अधिकारी, एंड्रयू ब्रैंडलर का कहना है, ‘समाना परियोजना से भारत में बिजली बनानी वाली प्रमुख कंपनियों के बीच सीएलपी की स्थिति भी मजबूत होगी। इसी के साथ इससे समूह के ऊर्जा पोर्टफोलियो में महत्वपूर्ण योगदान भी मिलेगा, जो भौगोलिक और उत्पादन क्षमता दोनों के लिहाज से बढ़ेगा।’उन्होंने कहा कि 2007 में सीएलपी समूह ने अपनी कुल उत्पादन क्षमता का 5 प्रतिशत अक्षय ऊर्जा स्रोतों से पाने का लक्ष्य हासिल कर लिया।