बिजली संयंत्र कंपनी सीएलपी पावर इंडिया की अपनी बिजली संयंत्र क्षमता को दोगुना करने योजना खटाई में पड़ गई है।
गुजरात में भरूच के पास कंपनी की बिजली संयंत्र की लगभग 3500 करोड़ रुपये की योजना को एक साल के लिए रोक दिया गया है।कंपनी गैस हासिल करने के लिए विकल्प तलाश रही है, ताकि वह अपनी 655 मेगावाट क्षमता वाली इस इकाई की क्षमता बढ़ाकर 1050 मेगावाट कर सके।
सीएलपी पावर इंडिया के प्रबंध निदेशक राजीव मिश्रा का कहना है, ‘हमें अपनी पूरी विस्तार योजना के लिए 32 करोड़ घनमीटर गैस प्रतिदिन की जरूरत है तो अभी पन्ना-मुक्ता-तापी में उपलब्ध गैस का लगभग आधा है। फिलहाल 655 मेगावाट के लिए हम 12 करोड़ घनमीटर गैस का प्रतिदिन इस्तेमाल कर रहे हैं।’
कंपनी ने 2007 में गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्र्ड से पर्यावरण संबंधी स्वीकृति हासिल कर ली थी। वर्तमान में बिजली संयंत्र के लिए ऊर्जा की जरूरतों को 60 प्रतिशत तक गैस और 40 प्रतिशत तक तलर प्राकृति गैस से पूरा कर रही है।