एस्सार कम्युनिकेशंस की 49 फीसदी हिस्सेदारी वाली कंपनी इकोनेट वायरलैस इंटरनेशनल ने केन्या में जीएसएम सेवाएं शुरू करने के लिए एरिक्सन को 600 करोड़ रुपये के उपकरणों की आपूर्ति का ऑर्डर दिया है।
कब शुरू होंगी सेवाएंइकोनेट केन्या में जून 2008 से जीएसएम सुविधाएं शुरू करने के लिए 1,800 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा पहले ही कर चुकी है। नैरोबी में एस्सार के अधिकारियों ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है। यह समझौता केन्या मेेंं दूरसंचार उपकरण और सेवाएं प्रदान करने के लिए किया गया है। इकोनेट जीएसएम सेवाआ की शुरुआत केन्या की राजधानी नैरोबी और उसके आसपास के क्षेत्रों से करेगा।
उन्होंने कहा कि कंपनी बाद में केन्या के दूसरे क्षेत्रों में भी यह सेवा उपलब्ध कराएगी। कंपनी को सहायताइकोनेट इस कार्य के लिए एस्सार समूह की तकनीक का इस्तेमाल करेगा। एस्सार समूह की जीएसएम सेवा प्रदान करने वाली दो भारतीय कंपनियों, वोडाफोन-एस्सार और बीपीएल मोबाइल में भी हिस्सेदारी है। इकोनेट पूंजी के लिए अपने इन्हीं भारतीय सहायक कंपनियों पर निर्भर करेगी। लाइसेंसिंग समझौते के मुताबिक इकोनेट को केन्या में जून 2008 से ही परिचालन कार्य शुरू करना है।
इसलिए कंपनी ने केन्या में अभी से ही नियुक्तियां करनी भी शुरू कर दी हैं, ताकि कंपनी अपना काम समय से शुरू कर सके। कहां से आएगा पैसाइकोनेट 18 महीनों में 1,800 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इस निवेश के लिए कंपनी 11,000 करोड़ रुपये का ऋण लेगी और 7,000 करोड़ रुपये इक्विटी के जरिये जुटाएगी। गौरतलब है कि एस्सार इस इक्विटी राशि का 49 फीसदी हिस्सा यानी लगभग 3,400 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है।
कंपनी को उम्मीदमाना जा रहा है कि इकोनेट की सेवाओं का परिचालन शुरू होने के एक साल के भीतर ही उसे लगभग 20 लाख उपभोक्ता मिल जाएंगे। इकोनेट के इस कदम से भारतीय कंपनियों के विदेशों में विस्तार के प्रति बढ़ते रूझान की एक झलक मिलती है। इकोनेट के अलावा सरकारी कंपनी महानगर दूरसंचार निगम लिमिटेड (एमटीएनएल) भी जल्द ही केन्या में मोबाइल सेवा शुरू करने वाली है। इसके अलावा टाटा कम्युनिकेशंस और भारती एयरटेल भी श्रीलंका और अमेरिका में मोबाइल सेवा देने वाली दूरसंचार कंपनियां है।