डेक्कन कार्गो प्राइवेट लिमिटेड ने नागपुर में अपना अंतरराष्ट्रीय बेस बनाने के लिए महाराष्ट्र एयरपोर्ट डेवेलपमेंट कंपनी (एमएडीसी) लिमिटेड के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर कर लिए हैं।
विमानन कंपनी इस बेस के निर्माण के लिए एमएडीसी से लगभग 50 एकड़ जमीन खरीदेगी। कंपनी की योजना इस साल के अंत तक इसका परिचालन शुरू कर देने की है। कैप्टन गोपीनाथ ने बताया कि इस परियोजना को शुरू करने के लिए लगभग 10 विमानों की जरूरत पड़ेगी और उन्हे खरीदने के लिए बातचीत चल रही है।
उन्होंने इस परियोजना की लागत के बारे में कुछ नहीं बताया लेकिन एमएडीसी के अधिकारियों के मुताबिक कंपनी इस परियोजना पर लगभग 20 करोड़ रुपये खर्च करेगी। एमएडीसी के अधिकारियों ने बताया कि कार्गो बेस में रात के समय विमानों को पार्क करने की सुविधा भी होगी। कैप्टन गोपीनाथ ने बताया कि देश में सिर्फ 7 शहरों में ही एयर कार्गो कनेक्टिविटी है और नागपुर भी इनमें से एक है। उन्होंने कहा कि भूगोल के हिसाब से भी नागपुर काफी सही जगह है।
उन्होंने कहा कि अगर सही कार्गो कनेक्टिविटी मिले तो उद्योग की निर्माण लागत में लगभग 25 फीसदी तक की कमी आ सकती है। कैप्टन गोपीनाथ ने कहा कि कार्गो हब का कॉन्सेप्ट किसी भी देश के ट्रांसपोर्ट के लॉजिस्टिक्स को बदल सकता है। फिलहाल हाँग काँग एशिया के कार्गो हब के रूप में जाना जाता है। हालांकि गोपीनाथ ने कहा कि नागपुर में जितनी खाली जमीन पड़ी है। अगर उसका सही इस्तेमाल किया जाए तो नागपुर हाँगकाँग को पीछे छोड़ खुद एशिया की लॉजिस्टिक राजधानी बन सकता है।