वाहन निर्माण क्षेत्र की वैश्विक कंपनी फोर्ड मोटर की सहयोगी फोर्ड इंडिया ने चेन्नई के मरामलाई नगर में अपने अत्याधुनिक इंजन एसेंबली संयंत्र में डीजल इंजनों का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है।
इस संयंत्र में फोर्ड फिएस्टा और फोर्ड फ्यूजन में इस्तेमाल किये जाने वाले इंजनों का उत्पादन किया जाएगा। लगभग 104 करोड़ रुपये की लागत वाला नया एसेंबली संयंत्र आधिकारिक रूप से अप्रैल के अंत में ही शुरू हो गया था। इसकी सालाना क्षमता 60,000 इकाई है।
10,000 वर्ग मीटर क्षेत्र पर फैला यह एसेंबली संयंत्र की सालाना क्षमता 50,000 डीजल और 10,000 पेट्रोल इंजनों का उत्पादन करने की है। अभी शुरुआत में इस संयंत्र में 1.4 लीटर क्षमता वाले टर्बोडीजल डयूराटोर्क इंजन का ही निर्माण किया जाएगा।
इस संयंत्र के लिए लगभग 200 और इंजीनियरों की नियुक्ति की जाएगी। इसके साथ ही फोर्ड इंडिया के कुल कर्मचारियों की संख्या बढ़ कर 2300 हो गई है। फोर्ड इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक माइकेल बोनहैम ने कहा, ‘इस विश्वस्तरीय इकाई से एशिया प्रशांत और अफ्रीकी क्षेत्र में इंजनों के लिए एक रणनीतिक निर्माण केंद्र के रूप में फोर्ड इंडिया की स्थिति मजबूत होगी।
शुरुआत में ये डीजल इंजनों की घरेलू बाजार में वाहन उत्पादन के लिए आपूर्ति की जाएगी। विस्तार के अगले चरण के दौरान इस संयंत्र का संचालन एक हाइली-फ्लेक्सीबल इंजन निर्माण संयंत्र के रूप में किया जाएगा।’ इस संयंत्र का निर्माण फोर्ड के वैश्विक निर्माण मानकों और गुणवत्ता को ध्यान में रखकर किया गया है। संयंत्र की स्थपना के दौरान पर्यावरण के सभी मानकों का ध्यान रखा गया है।