ऊर्जा क्षेत्र की नामी गिरामी भारतीय कंपनी जीएमआर इन्फ्रास्ट्रक्चर ने नीदरलैंड की बिजली बनाने वाली प्रमुख कंपनी इंटरजेन एन वी में 50 फीसद हिस्सेदारी खरीद ली है।
कंपनी ने यह हिस्सेदारी अमेरिकन इंटरनेशनल ग्रुप इंक. के फंड एआईजी स्टार से 4,400 अरब रुपये में खरीदी है। इंटरजेन की बाकी 50 फीसद हिस्सेदारी ओंटोरियो टीचर्स पेंशन प्लान के पास है।
हाथ आई ताकत
जीएमआर ने बताया कि इसके लिए कंपनी प्रति मेगावाट लगभग 1 करोड़ 44 लाख रुपये खर्च करेगी। यह कीमत ऐसे किसी भी संयंत्र को खरीदने के लिए आधी कीमत है। इंटरजेन एनवी अमेरिका, मैक्सिको, फिलीपींस, ऑस्ट्रेलिया और नीदरलैंड्स जैसे देशों में मौजूद है। कंपनी की कुल क्षमता 12,766 मेगावाट बिजली का उत्पादन करने की है। इसमें से 8086 मेगावाट इस्तेमाल के लिये है और 4680 मेगावाट अभी विकसित की जा रही है।
जीएमआर समूह के चेयरमैन जी एम राव ने कहा, ‘इंटरजेन एनवी में 50 फीसदी हिस्सेदारी खरीदना वैश्विक स्तर पर विस्तार करने की हमारी नीति क ा ही एक हिस्सा है। हम ऊर्जा और इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में दुनिया की अग्रणी कंपनी बनना चाहते हैं। इंटरजेन में हिस्सेदारी खरीदने से हम उन देशों में अपना विस्तार कर सकते हैं जिन देशों में यह कंपनी पहले से ही मौजूद है।’
राव ने इस खरीद के आगे की योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा, ‘इसके अलावा हमारे लिए और टीचर्स के लिए भी विस्तार की काफी संभावनाएं हैं। ऊर्जा क्षेत्र में हम संभावनाओं को पहचानने, स्रोतों को विकसित करने , नए संयंत्र लगाने, प्रबंधन कौशल और बेहतरीन तरीके से वित्त प्रबंधन करने के हिसाब से काफी अनुभवी हैं।’
लगेगा समय
इंटरजेन एनवी का कारोबार 66 अरब रुपये का है। इस खरीद को उन सभी देशों के नियामकों से मंजूरी लेनी पड़ेगी जहां भी इंटरजेन मौजूद है। कंपनी का कहना है कि इस वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही तक इस खरीद की सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएंगी।
इस करार के लिए एनएम रोथशिल्ड ऐंड संस ने जीएमआर समूह के वित्तीय सलाहकार की भूमिका निभाई जबकि व्हाइट ऐंड केस एलएलपी कंपनी के लिए कानूनी सलाहकार की भूमिका में थी।