कच्चे तेल में लगी आग से झुलसती सरकार ने भले ही इससे बचने के लिए बहुत देर में कदम उठाए हों लेकिन ऑटोमोबाइल उद्योग ने इससे बचाव की दिशा में तूफान मेल की रफ्तार से कदम बढ़ा दिए हैं।
इस होड़ में बाजी मारते हुए जापान की कार निर्माता कंपनी होंडा ने बुधवार को भारतीय बाजार में पहली हाइब्रिड कार पेश कर दी। सिविक हाइब्रिड नाम से पेश इस मॉडल की दिल्ली में शोरूम कीमत 21.5 लाख रुपये है। कार में 1.3 लीटर का पेट्रोल इंजन है और इलेक्ट्रिक मोटर है। भारत दुनिया का 33वां ऐसा देश है, जहां होंडा ने सिविक हाइब्रिड लांच की है।
क्या है हाइब्रिड :
कंपनी का दावा है कि यह कार पेट्रोल कारों के मुकाबले 47 फीसदी अधिक ईंधन की बचत करने की क्षमता रखती है। इसमें में डयूअल इंजन (दोहरा इंजन) होगा, जिससे सफर में गति के विभिन्न स्तरों के अनुसार पेट्रोल और इलेक्ट्रिक इंजन का इस्तेमाल हो सकेगा।
तेज गति पर कार में लगा पेट्रोल इंजन कार को रफ्तार देगा, वहीं कम गति पर इलेक्ट्रिक मोटर काम करना शुरू कर देगी। सिविक हाइब्रिड को अमेरिका और जापान में 2006 में पहले ही लॉन्च किया जा चुका है और इस कार की दुनियाभर में अब तक 2,20,000 इकाइयां बेची जा चुकी हैं।
तेल के विकल्प की तलाश में हैं कई महारथी:
भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने भी डयूअल फ्यूल (पेट्रोल और एलपीजी) के वैगन आर और ओमनी के साथ-साथ हाल ही में मारुति 800 भी लॉन्च की है। हुंडई कंपनी ने अपनी प्रमुख कार सैंट्रो का भी सीएनजी मॉडल पिछले साल लॉन्च किया था।
हुंडई अब मिडसाइज सेगमेंट कार एस्सेंट को भी सीएनजी मॉडल के साथ बाजार में उतार चुकी है। हालांकि सिर्फ राजधानी में सीएनजी होने के कारण ये मॉडल्स फिलहाल सिर्फ दिल्ली में ही बेचे जा रहे हैं।
सीएनजी फ्यूल मॉडल को आगे बढ़ाते हुए कंपनी की योजना इन सभी मॉडल्स को एलपीजी ईंधन पर दौड़ाने की भी है और इस काम की शुरुआत कंपनी अगस्त में सैंट्रो के साथ करने जा रही है। महिन्द्रा रेनो की लोगान सीएनजी वर्जन भी जल्द ही लॉन्च कर देगी, जबकि उसने मल्टीयूटिलिटी व्हीकल स्कॉर्पियो के हाइब्रिड वैरियंट को लॉन्च करने के लिए कोई तारीख अभी मुकर्रर नहीं की है।
सरकार ने भी की वकालत:
कच्चे तेल की कीमतों उछाल के बीच सरकार ने बैटरी से चलने वाले वाहनों के आक्रामक विपणन की आवश्यकता जताई है। सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि ईंधन की कमी को देखते हुए वैकल्पिक ऊर्जा से चलने वाले वाहनों को बढ़ावा देना चाहिए।