नोकिया ने अपने केवल एक मॉडल एन 95 के मार्च 2007 से अब तक तकरीबन 55 लाख हैंडसेट बेचे हैं।
इसके उलट ऐप्पल का आईफोन जून 2007 में बाजार में आया और तब से अब तक उसके 60 लाख सेट बिक चुके हैं। फिनलैंड की कंपनी नोकिया वास्तव में आईफोन को कभी टक्कर दे ही नहीं पाई।
इंतजार शुरू
भारत में इसका सबूत मौजूद है, जहां सैकड़ों भारतीय तस्करी कर मंगाए गए आईफोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। इनमें फिल्मी सितारों जैसे सेलेब्रिटी हैं और कंपनियों के आला अफसर भी। अब आईफोन का 8,000 रुपये का वह फोन आ रहा है, जो 3 जी तकनीक पर काम करने लायक है, तो खलबली मचना तो लाजिमी है। सेलेब्रिटी और कंपनियों के मुखिया बेसब्री से उसका इंतजार कर रहे हैं।
दरअसल नोकिया के ई 90 कम्युनिकेटर की कीमत 25,500 रुपये है और एचटीसी का नया मोबाइल फोन टच डायमंड भी 19,000 रुपये में आ रहा है। जाहिर है कि कम कीमत वाला आईफोन बाजार में बवंडर ला देगा।
आएगा भारत में
इस आईफोन की बिक्री 11 जुलाई से 70 देशों में शुरू होनी है। भारत में भी एयरटेल और वोडाफोन इसे लाने वाली हैं। लेकिन भारत में अभी इसकी सही कीमत के बारे में कुछ नहीं कहा गया है। वैसे भी सरकार ने अभी 3 जी स्पेक्ट्रम मसले का कोई हल नहीं निकाला है और इस फोन का असली मजा 3 जी सेवाओं के साथ ही आएगा।
कुछ भी हो, इसे चाहने वाले तो रोमांचित हैं। मिसाल के तौर पर नवोदित अभिनेता सिकंदर खेर को ही लिया जाए। उनका कहना है, ‘मेरे पास पुराना आईफोन है, जिसके लिए मैंने 15,000 रुपये दिए थे। लेकिन अब 8 जीबी के मॉडल की कीमत अगर 8,500 रुपये भी है, तो यह नोकिया और दूसरी कंपनियों को पछाड़ देगा।’
जंप गेम्स के मुख्य कार्यकारी सलिल भार्गव और यात्रा के प्रबंध निदेशक ध्रुव शृंगी भी अपने ब्लैकबेरी हैंडसेट फेंककर आईफोन लेने की तैयारी कर रहे हैं। भार्गव कहते हैं, ‘मेरे पास आईफोन है, लेकिन नए 3 जी फोन में ज्यादा खूबियां होंगी और यूरोप में यह ज्यादा कारगर होगा।’ सुभिक्षा के प्रबंध निदेशक आर सुब्रमण्यम भी नए आईफोन को खरीदने का इरादा कर चुके हैं। भारत में यह हैंडसेट आते ही वह उसे खरीद लेंगे।
सभी नहीं हैं मुरीद
लेकिन सभी आईफोन के मुरीद नहीं हैं। कुछ को इससे परेशानी भी होती है। मसलन संगीतकार-गायक शंकर महादेवन को आईफोन की टच स्क्रीन सुविधा रास ही नहीं आई और हारकर उन्होंने नोकिया का ही फोन खरीद लिया।
उनका कहना है, ‘तस्करी के फोन का बहुत कम इस्तेमाल हो पाता है। हालांकि मुझे एसएमएस करना बहुत पसंद है, लेकिन एप्पल की टच स्क्रीन में यह बहुत मुश्किल होता है।’