देश में खाद की सबसे बड़ी निर्माता कंपनी इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर को-ऑपरेटिव लिमिटेड (इफको) ने ऑस्ट्रेलियाई कंपनी के साथ 3,200 करोड़ रुपये का करार किया है।
ऑस्ट्रेलिया से फॉसफेट आयात करने के लिए इफको ने लेजैंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स इंक के साथ संयुक्त उपक्रम बनाया है।इफको-लीजैंड उपक्रम के तहत इफको हर साल क्वीन्सलैंड में लेडी एनी परियोजना से लगभग 30 लाख टन कंसन्ट्रेटेड रॉक फॉसफेट आयात करेगा। इफको के प्रबंध निदेशक यू एस अवस्थी ने इसकी वजह किसानों के लिए उर्वरक की कमी बतायी।
उन्होंने कहा, ‘भारत में अभी फॉसफेट फर्टिलाइजर की काफी कमी है और इस वजह से ही भारतीय किसानों को खाद मिलने में काफी दिक्कतें हो रही हैं। पिछले एक साल में फॉसफेट फर्टिलाइजर और इसके कच्चे माल की बढ़ती कीमतों के कारण खाद काफी महंगा हो गया है। इसके साथ ही कई देशों में जैव ईंधन के बढ़ते उपयोग और आपूर्ति में कमी के कारण भी इसके दामों में काफी बढ़ोतरी हुई है।
लीजैंड से आयात होने वाले फॉसफेट से पारादीप में कंपनी का संयंत्र कच्चे माल बिना किसी रूकावट के पूरी क्षमता के साथ काम करेगा।’अवस्थी ने कहा कि अगले 2-3 साल में लीजैंड से होने वाली आपूर्ति का किसी भी हालिया सप्लायर पर कोई विपरीत असर नहीं पड़ेगा।
इस संयुक्त उपक्रम में अभी रॉक फॉसफेट की कीमत जैसी बुनियादी चीजों पर बातचीत चल रही है। इफको के मुताबिक कच्चे माल की कीमत पर बातचीत कर अंतरराष्ट्रीय बाजार की कीमत और भारतीय बाजार के अनुसार उचित छूट भी दी जाएगी।