गोर्डन हाउस होटल्स, मार्स रेस्टोरेंट और स्काई गोरमेट की संयुक्त उपक्रम इंडियन हॉस्पिटैलिटी कॉर्पोरेशन (आईएचसी) होटल समूह और रेस्टोरेंट शृंखलाओं के अधिग्रहण के लिए लगभग 40 अरब रुपये निवेश करने की योजना बना रही है।
तीनों कंपनियों ने मिलकर पिछले साल ही इस संयुक्त उपक्रम को बनाया है। कंपनियों ने मार्स रेस्टोरेंट के रवि देओल को इस उपक्रम का चेयरमैन व मुख्य कार्यकारी नियुक्त किया है। इस उपक्रम की अधिग्रहण की सभी योजनाओं को देओल ही देखेंगे।
देओल इससे पहले बरिस्ता के निदेशक और फील्ड फ्रेश फूड में मुख्य कार्यकारी के पद पर भी कार्य कर चुके हैं। देओल ने बताया, ‘हम मेट्रो के अलावा लखनऊ, चंडीगढ़, अमृतसर और रायपुर जैसे शहरों में लगभग 2,000 कमरें और जोड़ना चाहते हैं। इसके लिए हम ऐसे होटल समूहों का अधिग्रहण कर सकते हैं जिनके लगभग 5-7 शहरों में होटल हैं। हम रेस्टोरेंट और रेस्टोरेंट शृंखलाओं के अधिग्रहण की भी योजना बना रहे हैं।’
आईएचसी ने बताया कि ये सभी अधिग्रहण मार्स रेस्टोरेंट के जरिये किये जाएंगे। देओल ने कहा, ‘हम अधिग्रहण के बाद सभी होटलों और रेस्टोरेंट शृंखलाओं की रिब्रांडिंग करने के लिए उनका नाम भी बदल देंगे।’
अधिग्रहण की योजनाओं को अमली जामा पहनाने के लिए कंपनी ने लगभग 800 करोड़ रुपये का ‘हॉस्पिटैलिटी अपरच्युनिटी फंड’ भी बनाया है। इसके अलावा अभी लगभग 880 करोड़ रुपये के वॉरंट्स को भी इक्विटी में बदला जाना है। आएचसी के अधिकारियों के मुताबिक इसके बाद बची हुई रकम का इंतजाम इन इक्विटियों को बेचकर या फिर ऋण लेकर जुटाई जाएगी।
मार्स रेस्टोरेंट के पास तेंदुलकर्स, चाइना जो, द पिज्जोरिया, डोसा डिनर जैसी ब्रांड्स भी है। मार्स रेस्टोरेंट्स के पास मुंबई और पुणे में भी तीन रेस्टोरेंट्स हैं। यह अधिग्रहण गोर्डन हाउस होटल के पोर्टफोलियो में जोड़े जाएंगे। वर्ल्ड ट्रैवल ऐंड टूरिज्म काउंसिल के अनुसार भारतीय होटल और हॉस्पिटैलिटी उद्योग में जबरदस्त उछाल आएगा।
उद्योग के सूत्रों के मुताबिक हर साल इस उद्योग से लगभग 35,000 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा की कमाई होती है। इसके अलावा लगभग 10,000-12,000 करोड़ रुपये की कमाई भारतीय ग्राहकों से होती है। भारत में फास्टफूड और डाइन-इन रेस्तराओं का बाजार 600 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का है। यह उद्योग की सालाना विकास दर भी दहाई के आंकड़े में ही है। तेजी से हो रहे इस उद्योग के विकास के कारण ही आईएचसी जैसे बड़े खिलाड़ी भी इस क्षेत्र में आने के लिए तैयार हैं।
उद्योग के सूत्रों के मुताबिक आईएचसी उत्तरी भारत की रेस्तरां शृंखला निरुलाज और क्लार्क होटल्स के अधिग्रहण कर उनकी रिब्रांडिंग कर सकती है। इसके अलावा समूह की नजर हवा में भी अपने पंख और फैलाने की है। ग्राहकों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए कंपनी स्काई गोरमेट का लगभग 11 और शहरों में विस्तार करने की योजना बना रही है। इस वक्त स्काई गोरमेट 6 मेट्रो शहरों में अपनी सेवा मुहैया करा रही है। स्काई गोरमेट कोच्चि, जयपुर और अमृतसर में भी जल्द ही एयर कैटरिंग सुविधा शुरू करने वाली है।