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कलर्स के रंगों से दूसरे चैनल परेशान

Last Updated- December 07, 2022 | 7:48 PM IST

पहले अक्षय कुमार के ‘खतरों के खिलाड़ी’ और अब शिल्पा शेट्टी के ‘बिग बॉस 2’ की वजह से कलर्स मनोरंजन के मैदान में पहले से मौजूद खिलाड़ियों को पटखनी देने में कामयाब रहा है।


देश में टीवी रेटिंग तय करने वाली संस्था टैम के अनुसार हिंदी मनोरंजन चैनलों में पिछले चार हफ्तों में कलर्स की हिस्सेदारी 10 फीसदी हो गई है। इससे आगे सिर्फ स्टार प्लस (26 फीसदी) और जी टीवी (18 फीसदी) ही हैं।

तकरीबन 46 दिन पुराने चैनल के लिए यह कम बड़ी उपलब्धि नहीं है। इसकी शुरुआती सफलता पर चैनल के प्रवक्ता का कहना है, ‘हम लोग बेहतर तैयारी के साथ बाजार में उतरे थे। हमें अपनी सफलता का पूरा भरोसा था।’

इस दौर में हर मीडिया कंपनी हिंदी मनोरंजन चैनल शुरू करना चाहती है। इसकी वजह भी साफ है कि टेलीविजन पर जितनी रकम के विज्ञापन मिलते हैं, उनमें से तकरीबन आधे से ज्यादा इस श्रेणी के चैनलों के हिस्से में आते हैं। लगभग 3,500 से 4,000 करोड़ रुपये के विज्ञापन इन चैनलों को मिलते हैं।

जब 21 जुलाई को चैनल लॉन्च हुआ तब बहुतेरे मीडिया पंडितों ने इसको हल्के में लिया। उनमें से कइयों का मानना था कि 12 चैनलों की इस कड़ी लड़ाई में कलर्स भी पहचान बनाने के लिए रेंगता रहेगा। लेकिन कलर्स ने अपने रंगों से ऐसे मीडिया पंडितों के रंग उड़ा दिए हैं। लॉन्च के पहले हफ्ते में ही कलर्स, सारे कार्यक्रमों में 2 फीसदी की रेटिंग हासिल करने में कामयाब रहा।

टेलीविजन रेटिंग एजेंसी ए मैप के आंकड़ों के मुताबिक लॉन्च के पहले तीन दिन में इसके प्रमुख कार्यक्रम ‘खतरों के खिलाड़ी’ को 1.2 फीसदी की रेटिंग मिली वहीं चौथे दिन इसकी रेटिंग बढ़कर 2 फीसदी तक पहुंच गई। इस कारोबार पर नजर रखने वाले एक विश्लेषक कहते हैं, ‘चैनल के जबरदस्त प्रचार अभियान ने भी इसकी सफलता में खास भूमिका निभाई।

जिन शहरों से सबसे ज्यादा टीआरपी आती है, उन शहरों में प्रचार अभियान और भी आक्रामक रहा।’ उस वक्त इसकी सफलता को महज बुलबुला करार दिया गया था और कहा जा रहा था कि केवल ‘खतरों के खिलाड़ी’ की वजह से ही चैनल सुर्खियों में बना हुआ है और एक बार जब यह शो खत्म होगा तब चैनल भी सुस्त पड़ने लगेगा।

लेकिन कलर्स के पास इसका भी जवाब था जैसे ही ‘खतरों के खिलाड़ी’ खत्म हुआ वैसे ही शिल्पा शेट्टी के ‘बिग बॉस 2’ ने अपने रंग बिखेरने शुरू कर दिए। 17 अगस्त को प्रसारित हुए ‘बिग बॉस 2’ ने 10 बजे के समय में चैनल के लिए सबसे ज्यादा रेटिंग (1.6 फीसदी) बटोरी।

उस दिन स्टार प्लस (0.9 फीसदी) और जी टीवी (0.3 फीसदी) भी कलर्स से पिछड़ गए। ए मैप के आंकड़ों के अनुसार पहले हफ्ते में केबल और सैटेलाइट टेलीविजन वाले घरों में तकरीबन 1.1 करोड़ दर्शकों ने ‘बिग बॉस 2’ देखा।

सोनी का नुकसान, कलर्स का फायदा

कलर्स, सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन (सेट) की गद्दी हथियाकर ही नंबर तीन की कुर्सी पर काबिज हुआ।  जो सोनी नहीं कर पाया वह कलर्स ने कर दिखाया। दुनिया भर में मशहूर स्टंट शो ‘फियर फैक्टर’ को भारत में सबसे पहले सोनी ने 2006 में ‘फियर फैक्टर इंडिया’ नाम से पेश किया था।

मुकुल देव के साथ की गई सोनी की यह कोशिश परवान नहीं चढ़ पाई थी। वहीं कलर्स ने सोनी के हाल से सबक लेते हुए अक्षय कुमार को लेकर बड़ा दांव खेला और उनका यह दांव खासा कामयाब भी रहा। अक्षय कुमार की स्टंटमैन वाली छवि से शो बहुत सफल रहा और इस शो की वजह से कलर्स के रंग दर्शकों पर चढ़ते गए।

वहीं ब्रिटेन के चर्चित शो बिग ब्रदर का देसी संस्करण ‘बिग बॉस’ भी पहले सोनी पर ही प्रसारित हुआ था लेकिन दूसरे सीजन के लिए इस शो को तैयार करने वाली प्रोडक्शन कंपनी ‘एंडेमोल इंडिया’ और सेट के बीच सौदा पक्का नहीं हो पाया। मिले मौके को कलर्स ने तुरंत झटका। ‘बिग बॉस 2’ की प्रस्तुति के लिए ‘बिग ब्रदर’ जीतकर मशहूर हुईं शिल्पा शेट्टी को अनुबंधित किया। चैनल का यह पासा भी एकदम ठीक पड़ा।

हालांकि, चैनल ने इसके लिए कीमत भी चुकाई है। अक्षय कुमार ने जहां हर ऐपीसोड के लिए डेढ़ करोड़ रुपये लिए तो वहीं शिल्पा को हर शो के लिए 80 लाख रुपये दिए जा रहे हैं। कलर्स की सफलता में ऐंडेमोल के योगदान को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता जिसने चैनल के लिए ये दोनों शो तैयार किए हैं। गौरतलब है कि इन दोनों कार्यक्रमों का मूल फॉर्मेट इसी प्रोडक्शन कंपनी के पास है। खासकर ‘फियर फैक्टर’ बेहद लोकप्रिय है जो दुनिया भर के लगभग 110 देशों में देखा जाता है।

खास क्या है इसमें?

कलर्स के प्रोग्रामिंग हेड अश्विनी यार्डी कहते हैं कि कलर्स में वह सब कुछ है जो एक आदर्श मनोरंजन चैनल में होना चाहिए। वह कहते हैं, ‘अपने कंटेंट की वजह से ही तो हम इतनी जल्दी दर्शकों के बीच अपनी जगह बना पाएं हैं।’

उनकी बात काफी हद तक सही भी लगती है। प्राइम टाइम (रात 8 से 10 बजे तक) की बात करें तो इस पर बालिका वधू (सोशल ड्रामा), जय श्री कृष्णा (पौराणिक), मोहे रंग दे (पीरियड ड्रामा) और आखिर में बिग बॉस प्रसारित होता था।

एक मीडिया विश्लेषक कहते हैं, ‘एक मनोरंजन चैनल के तले हर वर्ग के दर्शकों का खासा ख्याल रखना पड़ता है। कलर्स के कार्यक्रमों में काफी वैरायटी है। शायद इसी वजह से चैनल लोकप्रिय होता जा रहा है।’ कलर्स पर कुछ और कार्यक्रमों की घोषणा जल्द ही हो सकती है।

फिलहाल तो सभी को इंतजार है पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर वसीम अकरम और अभिनेत्री सुष्मिता सेन की जुगलबंदी वाले डांस शो ‘एक खिलाड़ी एक हसीना का’ जो जल्द ही चैनल पर दिखेगा। अब देखना यह होगा कि अक्षय, शिल्पा के बाद क्या यह जोड़ी भी कलर्स के लिए भाग्यशाली साबित होगी।

अभी कलर्स के पास तो जश्न मनाने का मौका है तो इससे पिछड़े चैनल अपना रुतबा वापस हासिल करने में लगे हैं तो इससे आगे के  चैनल, इस खतरे से निपटने का इंतजाम करने में जुटे हैं। देखते हैं 12 चैनलों वाले इस चक्रव्यूह में कौन बाजी मारेगा?

First Published - September 4, 2008 | 10:24 PM IST

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