विमानन कंपनी जेट और स्पाइसजेट ने जेट विमानों के ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण टिकटों की कीमतें बढ़ाने का फैसला किया है।
स्पाइसजेट ने 750 किलोमीटर से कम दूरी की उड़ानों के टिकटों में 150 रुपये और इससे लंबी उड़ानों के टिकटों में 350 रुपये की बढ़ोतरी की है। छोटी दूरी की उड़ानों के लिए ईंधन पर लगने वाला अधिभार 1,950 रुपये और लंबी दूरी की उड़ानों के लिए 2,350 रुपये है।
स्पाइस जेट के कार्यकारी ने कहा, ‘इस कारण टिकटों की कीमतों में 7-8 फीसदी तक का इजाफा हो सकता है।’किरायों में यह वृद्धि आज से ही लागू हो जाएगी। किंगफिशर के कार्यकारी ने बताया कि किंगफिशर भी कुछ ऐसा ही करने के बारे में सोच रही है, लेकिन इस बात पर अभी कुछ भी फैसला नहीं हुआ है।
स्पाइस जेट और किंगफिशर के अलावा जेट एयरवेज भी देश भर में अपनी सभी उड़ानों में इकोनॉमी और बिजनेस क्लास के किरायों में अतिरिक्त 10 फीसदी की वृद्धि कर रही है।जेट एयरवेज के मुख्य कार्यकारी वोल्फगैंग प्रॉक शावेर ने कहा, ‘हाल ही में ऐविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) के दामों में हुई वृद्धि के कारण ऐसा करना जरूरी हो गया था। जेट एयरवेज के टिकटों की नई दर 3 मई से लागू हो जाएगी।’
उन्होंने बताया कि मार्च 2008 से एटीएफ की कीमतों में हुई वृद्धि के कारण सभी घरेलू विमानन कंपनियों पर लगभग 2,800 करोड़ रुपये का अतिरिक्त ईंधन बिल चुकाना पड़ रहा है।इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन जैसी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों ने वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमत 4,760 रुपये प्रति बैरल होने के बाद एटीएफ के दामों में लगभग 9.5 फीसदी की बढ़ोतरी की है।