उत्तर प्रदेश के चमड़ा उद्योग के विकास-विस्तार के लिए मायावती सरकार ने घोषणाओं का पिटारा खोल दिया है।
लंबे समय से कर में राहत की मांग कर रहे चमड़ा उद्योग से जुड़े कारोबारियों की राज्य सरकार ने अब जाकर सुध ली है। राज्य सरकार की ओर से आगरा में 100 करोड़ रुपये की लागत से लेदर पार्क और जूते की मंडी बनाने का प्रस्ताव है। वैट से राहत की मांग कर रहे छोटे व्यापारियों को भी बड़ी राहत दी गई है। प्रदेश में बनने वाले ऐसे जूते जिनकी कीमत 300 रुपये तक होगी, उस पर कोई कर नहीं लगाए जाने की घोषणा की गई है।
साथ ही 500 रुपये तक की कीमत वाले जूतों पर वैट घटाकर 11.5 फीसदी की जगह 4 फीसदी कर दिया गया है। सरकार के इस कदम से चमड़ा उद्योग को भारी राहत मिली है। कैबिनेट ने इन प्रस्तावों को बीते सप्ताह ही मंजूरी दे दी थी, लेकिन उत्तर प्रदेश में चल रहे उपचुनाव की आचार संहिता के चलते इसकी घोषणा मंगलवार को मायावती ने अगारा में की। मायावती के मुताबिक आगरा में जूता मंडी खुलेगी जिसके लिए सरकार हर तरह की मदद करेगी। आगरा में 250 एकड़ जमीन पर 100 करोड़ रुपये की लागत से लेदर पार्क बनाने की योजना है।
इसके अलावा, सरकार जल्द ही एक कार्ययोजना तैयार करेगी, जिससे कानपुर से चमड़ा उद्योगों का पलायन रुक सके। कानपुर और आगरा के जूता व्यवसायी लंबे समय से वैट से छूट की मांग कर रहे थे, जिस पर मायावती ने अपनी स्वीकृति दे दी है। वर्कबुक पर वैट घटाकर 8 की जगह 4 फीसदी कर दिया है।