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कोविड प्रावधान से येस बैंक की पूंजी पर मामूली चोट

Last Updated- December 15, 2022 | 4:54 AM IST

निजी क्षेत्र के येस बैंक ने आज कहा कि कोविड-19 महामारी के असर की खातिर हुआ प्रावधान उसकी अधिकतम एक फीसदी पूंजी चट कर सकता है। बैंक अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम के जरिये 15,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए पूंजी बाजार में है।
बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) प्रशांत कुमार ने कहा, एफपीओ के जरिए जुटाई जा रही पूंजी से कॉमन इक्विटी टियर-1 (सीईटी-1) में करीब 5 फीसदी के सुधार की उम्मीद है। यह आर्थिक अवरोध के झटके सहने की क्षमता देगा और अगले दो साल में कारोबारी बढ़त के लिए पूंजी उपलब्ध होगी। कुमार ने एफपीओ पर मीडिया को एक कॉन्फ्रेंस कॉल के जरिए यह जानकारी दी। बैंक का शेयर बीएसई पर 13.3 फीसदी टूटकर 22.1 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ।
एफपीओ की विवरणिका के मुताबिक, येस बैंक 31 मार्च, 2020 को न्यूनतम सीईटी-1 और टियर-1 पूंजी की अनिवार्यता पूरी नहीं कर पाया। सीईटी-1 अनुपात 6.3 फीसदी और टियर-1 अनुपात 6.5 फीसदी है जबकि न्यूनतम अनिवार्यता क्रमश: 7.375 फीसदी और 8.875 फीसदी है।
31 मार्च, 2020 को बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात बेसल-2 पूंजी नियम के तहत एकल आधार पर 8.5 फीसदी था। भारतीय बैंकों को आरबीआई बेसल-3 पूंजी के नियम का अनुपालन करना है।
वित्त वर्ष 2020 के दौरान बैंक ने लोन पोर्टफोलियो की परिसंपत्ति गुणवत्ता की समीक्षा की और प्रावधान कवरेज अनुपात 43 फीसदी से 73 फीसदी कर दिया। मौजूदा लोनबुक और निवेश का भविष्य की आय पर असर नहीं पड़ेगा। बैंक का इरादा अपने खराब लोन पोर्टफोलियो को अलग कर सहायक को सौंपने का है। उन्होंने कहा कि यह नियामकीय मंजूरी पर निर्भर करेगा और इसका प्रबंधन अलग तरह के प्रोफेशनल करेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि बैंक लागत से जुड़े कदम लागू करेगा। वह अपने नेटवर्क में 35 से 40 शाखाओं को पुनर्गठित करेगा। मौजूदा वित्त वर्ष में बैंक नियुक्ति की प्रक्रिया पर पहले ही रोक लगा चुका है।
एफपीओ के लिए फ्लोर प्राइस 12 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। एफपीओ की अधिकतम कीमत 13 रुपये है। यह एफपीओ 15 जुलाई को खुलेगा और 17 जुलाई को बंद होगा। इस इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं कोटक महिंद्रा बैंक, एसबीआई कैपिटल मार्केट्स, ऐक्सिस कैपिटल, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स, डीएसपी मेरिल लिंच, एचएसबीसी सिक्योरिटीज ऐंड कैपिटल मार्केट्स (इंडिया) प्राइवेट, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज लिमिटेड और येस सिक्योरिटीज। 13 मार्च को सरकार ने येस को उबारने की योजना को मंजूरी दी थी। इसके तहत येस बैंक को आठ वित्तीय संस्थानों से करीब 10,000 करोड़ रुपये मिले हैं, जिनमें एसबीआई की तरफ से दिया गया 6,050 करोड़ रुपये शामिल है। बैंक ने 8,415 करोड़ रुपये के अतिरिक्त टियर-1 बॉन्ड को बट्टे खाते में डाल दिया है।

First Published - July 14, 2020 | 12:45 AM IST

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