भारत ओमान रिफाइनरी लिमिटेड (बीओआरएल) मध्य प्रदेश के बीना में स्थित कच्चे तेल की रिफाइनरी में एक पेट्रोकेमिकल संयंत्र लगाएगी।
बीओआरएल भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड और ओमान ऑयल कंपनी के साझे उपक्रम वाली कंपनी है।कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि इस रिफाइनरी के चालू होने के तुरंत बाद पेट्रोकेमिकल इकाई लगाने का काम शुरू हो जाएगा। हालांकि इस इकाई के लिए निवेश जुटाने का काम अभी शुरू नहीं हुआ है।
गौरतलब है कि बीओआरएल ने 2007 में मध्य प्रदेश सरकार से अपील की थी कि उसे बीना रिफाइनरी में पेट्रोकेमिकल संयंत्र बनाने के लिए 1000 एकड़ जमीन दी जाए।रिलायंस जैसी दिग्गज कंपनियां पेट्रोलियम उत्पादों के निर्यात में सहूलियत को देखते हुए रिफाइनरी लगाने के लिए तटवर्ती क्षेत्रों की राह पकड़ रही हैं वहीं बीओआरएल मध्य प्रदेश जैसी जगह पर संयंत्र लगाने जा रही है।
जानकारों का मानना है कि एक निर्यात -आधारित रिफाइनरी लगाना ज्यादा बेहतर है क्योंकि यह ज्यादा आर्थिक संभावनाओं से भरी होती है। वैसे भी देश में इस समय पेट्रोलियम उत्पाद पर्याप्त मात्रा में मौजूद हैं।
लेकिन बीओआरएल का मानना है कि देश में पेट्रोलियम उत्पादों की मांग 50 लाख टन सालाना की दर से बढ़ रही है और एक रिफाइनरी बनाने में तीन साल का समय लगता है। इस तरह हर तीन साल में 1.5 करोड़ टन सालाना क्षमता वाली एक रिफाइनरी बनाई जा सकती है।
कंपनी ने अपनी प्रवर्तक बीपीसीएल के साथ उत्पाद संबंधित समझौता किया है। इस रिफाइनरी के उत्पादों का विपणन मध्य और उत्तरी भारत में किया जाएगा। बीना रिफाइनरी की क्षमता में इजाफे की भी योजना है।इसे बढ़ाकर 1.8 करोड़ टन सालाना किया जाएगा।