कार निर्माण क्षेत्र की दिग्गज कंपनी निसान साल 2010 तक भारतीय बाजार में तीन सस्ते मॉडल उतारने की योजना बना रही है।
कंपनी इन तीनों मॉडलों का निर्माण अपने चेन्नई स्थित संयंत्र से ही करेगी। जापान की इस कंपनी में रेनो की 44 फीसदी हिस्सेदारी है। कंपनी यह कार भारत और थाईलैंड जैसे उभरते कार बाजारों में उतारेगी।
निसान अभी तक हाई एंड श्रेणी की कारें ही बनाती है। कंपनी पहली बार सस्ती कारों का निर्माण करने जा रही है। कंपनी ने बताया कि कार का निर्माण भारत में ही किया जाएगा और स्थानीय पुर्जे ही इस्तेमाल किये जाएंगे। इससे कार की लागत कम आएगी। इसके अलावा कंपनी चेन्नई में रेनो के साथ मिलकर एक तकनीकी संयंत्र भी स्थापित करने की योजना बना रही है।
इसके साथ ही कंपनी की योजना चेन्नई में सालाना 4 लाख यात्री कारों के निर्माण की क्षमता वाला संयंत्र भी स्थापित करने की है। निसान को उम्मीद है कि साल 2012 तक भारतीय बाजार में कारों की बिक्री 2 लाख से भी ज्यादा होगी। कंपनी ने इस लक्ष्य के लिए बजाज ऑटो के साथ, व्यवसायिक वाहनों के लिए अशोक लीलैंड, यात्री कारों के लिए रेनो और बिक्री, विपणन के लिए होवर के साथ करार किया है।
कंपनी ने यूरोप के लिए ए-सेगमेंट के वाहनों के तहत प्रति वर्ष तकरीबन 50,000 वाहनों के निर्यात के लिए मारुति सुजुकी के साथ गठजोड़ किया है। घोष ने कहा, ‘हमने भारत में अपने भागीदारों के साथ शीघ्रता से प्रवेश करने और स्थानीय विशेषज्ञता से लाभान्वित होने का फैसला किया है।’ कंपनी का मानना है कि भारत और चीन जैसे देशों में कारोबार विकास की व्यापक गुंजाइश है। इन देशों में प्रति 1000 नागरिकों पर 50 से भी कम वाहन हैं।
अमेरिका में प्रति 1000 लोगों पर तकरीबन 800 वाहन, वहीं जर्मनी, जापान, ब्रिटेन और फ्रांस में प्रति 1000 लोगों पर 600 वाहन हैं। 2007 में इस उद्योग में वैश्विक रूप से 6.1 प्रतिशत का इजाफा हुआ वहीं पश्चिम यूरोप में यह समान रहा है। 2007 में अमेरिकी वाहन बाजार में में 3.5 प्रतिशत की गिरावट और जापान में 5.3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
घोष ने उत्सर्जन मानकों का भी जिक्र किया। कंपनी का मानना है कि स्वच्छ डीजल, हाइब्रिड, इंजनों और अन्य प्रौद्योगिकियों के जरिये शून्य उत्सर्जन के स्तर को हासिल किया जा सकेगा।
कंपनी भारतीय और वैश्विक बाजारों के लिए एक लाख रुपये की कीमत वाली सस्ती कार के निर्माण के लिए बजाज ऑटो और फ्रांस की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी रेनो के साथ संयुक्त रूप से काम कर रही है। सभी तीनों कंपनियों की इंजीनियरिंग टीमें कार की डिजाइन के लिए अपनी प्रतिभा का इस्तेमाल कर रही हैं। यह कार कुछ ही महीनों में तैयार हो जाएगी।