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वियतनाम में हिस्सेदारी बेचेगी ओवीएल

Last Updated- December 07, 2022 | 1:01 AM IST

देश की सबसे बड़ी तेल एवं गैस उत्पादक कंपनी ‘तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम’ (ओएनजीसी) वियतनाम में अपने दो ब्लॉकों में 30-40 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है।


ओएनजीसी का इन दो खोज ब्लॉकों में 100 प्रतिशत का नियंत्रण है और अब वह जोखिम और खुदाई खर्च कम करने के लिए भागीदार की तलाश करना चाहती है। ओएनजीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘2006 में हासिल किए गए इन दो ब्लॉकों में हिस्सेदारी बेचने की योजना खोज खर्च में लगातार बढ़ोतरी के कारण बनाई गई है। वैसे, अभी यह निर्णय नहीं लिया गया है कि हिस्सेदारी की बिक्री के लिए हम यह सौदा नगदी के आधार पर करेंगे या विनिमय के आधार पर।’

अधिकारी ने कहा कि खरीदार के बारे में अभी अंतिम फैसला नहीं लिया गया है। अपनी वैश्विक निवेश इकाई ओएनजीसी विदेश (ओवीएल) के जरिये ओएनजीसी को वियतनाम में फू कान्ह बेसिन में ब्लॉक 127 और 128 का स्वामित्व हासिल है। ब्लॉक 127 में सामग्रियों की खरीद और खुदाई खर्च पूर्व के 68 करोड़ से चार गुना बढ़ कर 492 करोड़ रुपये हो जाने की संभावना है।

इसी तरह छोटे ब्लॉक 128 के लिए लागत 124 करोड़ रुपये से दोगुना बढ़ कर 308 करोड़ रुपये हो जाने की संभावना है। ओवीएल दोनों ब्लॉकों में अन्वेषण कार्य पर दूसरे और तीसरे चरणों में 136 करोड़ रुपये खर्च करने को लेकर प्रतिबद्ध है। ओएनजीसी अधिकारी ने कहा, ‘यह अनुमानित खर्च और बढ़ने की संभावना है।’

पिछले 18 महीनों में कच्चे तेल की कीमतों में दोगुना से भी अधिक की बढ़ोतरी होने के कारण पिछले वर्ष खुदाई खर्च कई गुना बढ़ गया। इसके परिणामस्वरूप ड्रिलिंग रिग्स और भूकंपीय पोतों जैसे सुरक्षा उपकरण की मांग में तेजी आई जिससे विश्व में इनकी आपूर्ति में भी कमी आई। ओवीएल वियतनाम में एक अन्य ऑफशोर ब्लॉक (ब्लॉक 06.1) में 45 प्रतिशत की भागीदारी रखती है जिसमें गैस का पता लगाया जा चुका है।

बीपी एक्सप्लोरेशन ऑपरेटिंग कंपनी इस ब्लॉक की संचालक है और उसकी इसमें 35 प्रतिशत की हिस्सेदारी है वहीं वियतनाम की सरकारी तेल कंपनी पेट्रोवियतनाम की इसमें 20 प्रतिशत की भागीदारी है।

ओवीएल कतर में नजवत नजेम तेल ब्लॉक को भी ठंडे बस्ते में डाल सकती है। इस ब्लॉक में कम भंडार और इसे वाणिज्यिक रूप से उपयुक्त नहीं पाए जाने के बाद कंपनी इस ब्लॉक को त्याग सकती है। ओवीएल ने संबद्ध क्षेत्र में तेल पाए जाने के बाद नजवत नजेम के मूल्यांकन के लिए 2005 में कतर सरकार के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।

First Published - May 22, 2008 | 1:34 AM IST

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