जगुआर और लैंड रोवर को अपने कब्जे में करने के बाद अब टाटा मोटर्स उसके लिए पैसे का इंतजाम करने में जुट गई है।
इस सौदे के जरिये दुनिया भर में तहलका मचाने वाली यह कंपनी अपनी दो इकाइयों एचवी एक्सेल (एचवीएएल) और एचवी ट्रांसमिशन (एचवीटीएल) में से कुछ हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक टाटा मोटर्स इस सौदे के लिए तमाम वाहन कंपनियों के साथ बातचीत शुरू कर चुकी है। इनमें ट्रांसमिशन उपकरण बनाने वाली एक अंतरराष्ट्रीय दिग्गज कंपनी भी शामिल है। अधिकारियों के मुताबिक हिस्सेदारी बेची जरूर जाएगी, लेकिन मुनाफा कमाने वाली दोनों कंपनियों के ज्यादातर शेयर टाटा के ही पास रहेंगें।
इस बारे में सवाल पूछे जाने पर कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, ‘हमने 26 मार्च को ही बताया था कि कंपनी तमाम योजनाओं पर विचार कर रही है। अंदरूनी पड़ताल और निदेशक मंडल के विचार के बाद इस बारे में ऐलान कर दिया जाएगा। इससे ज्यादा कहने के लिए हमारे पास और कुछ नहीं है।’
वैसे जगुआर लैंडरोवर खरीदने की कीमत अदा करने के लिए टाटा मोटर्स ने मुनाफा कमाने वाली अपनी कुछ कंपनियों को शेयर बाजार में सूचीबद्ध कराने के बारे में भी सोचा था। इनमें एचवीएएल और एचटीवीएल शामिल थीं। लेकिन बाजार की बेरुखी और टाटा मोटर्स के पास पैसे की कमी को देखकर फिलहाल यह इरादा ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। एएसके सिक्योरिटीज में वाहन विश्लेषक विजय सारथी ने कहा कि बाजार की स्थिति अभी भी अच्छी नहीं है।