अंतरराष्ट्रीय बिजनेस सॉफ्टवेयर सेवा प्रदाता कंपनी एसएपी टेक्नोलॉजीस अपनी सहायक कंपनी एसएपी वेंचर्स के जरिये भारत में 32-40 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है।
कंपनी इस रकम को आंतरिक संसाधनों से ही जुटाएगी। एसएपी के अध्यक्ष व मुख्य कार्यकारी (सैप अमेरिका और एशिया- प्रशांत जापान क्षेत्र) बिल मैकडर्मोट ने कहा, ‘हमें लगता है कि भारत में निवेश करने के लिए अपार संभावनाएं मौजूद हैं।’ सैप यह निवेश एक साल में ही कई चरणों में करेगी।
एसएपी यह निवेश प्रमुख तौर आईटी क्षेत्र, प्रबंधन क्षेत्र और ग्राहक सेवा मुहैया कराने वाली कंपनियों में करेगी। एसएपी वेंचर्स के पार्टनर जय दास ने बताया, ‘हम 20-40 करोड़ रुपये के सालाना कारोबार वाली कंपनियों में निवेश करेंगे। हम उन कंपनियों में निवेश को प्राथमिकता देंगे जिनकी भारतीय बाजार में अच्छी पकड़ है और पश्चिमी एशिया, यूरोप और अमेरिका जैसे देशों में उनके विस्तार में हम सहायता करेंगे।’
हाल फिलहाल एसएपी की भारत में किसी भी कंपनी के अधिग्रहण की योजना नहीं है। एसएपी वेंचर्स ने दुनिया भर में लगभग 70 कंपनियों में निवेश किया हुआ है। गौरतलब है कि एसएपी भारतीय कंपनियों को बिजनेस सॉल्यूशन प्रदान करने वाली प्रमुख कंपनी है। कंपनी की इंटरप्राइस सेक्शन में विप्रो, सत्यम कंप्यूटर, टीसीएस, इंफोसिस और एचसीएल जैसी आईटी कंपनियों को भी सेवा प्रदान करती है।
भारत में निवेश पर कंपनी 2010 तक 400 करोड़ रुपये निवेश के बारे में सोच रही है। जय दास का कहना है, ‘सैप दुनियाभर के नेटवर्क में 2007 में सैप इंडिया सबसे तेजी से बढ़ता हुआ देश है।
पिछले एक वर्ष के मुकाबले यहां हमने अपने राजस्व और ग्राहकों की संख्या दोगुनी कर ली है। इस विकास के अनुसार हमने अपनी बिक्री और मार्केटिंग टीम में विस्तार के लिए भी निवेश किया है।’ कंपनी भारत में सैप कंसलटेंट बनाने पर भी ध्यान दे रही है। कंपनी के अनुसार भारत में 60 हजार सैप कंसलटेंटों की कमी है।