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भारतीय कंपनियों का बेड़ा पार किया सात कंपनियों ने

Last Updated- December 06, 2022 | 12:40 AM IST

सात कंपनियों ने कॉर्पोरेट भारत को मार्च 2008 में समाप्त हुई तिमाही में उसके औसत प्रदर्शन को पहली दो तिमाहियों के मुकाबले बेहतर होने में मदद की है।


पिछले सप्ताह के अंत तक 345 कंपनियों ने अपने वित्तीय नतीजे घोषित किए हैं। 237 कंपनियों के समान आधार के बाद निकले नतीजों के विश्लेषण से पता चला कि शुध्द लाभ में 22 प्रतिशत की वृध्दि उनके पिछले दो तिमाही के रेकॉडों से बेहतर है।


जिन कंपनियों का सबसे बढ़िया प्रदर्शन रहा उनमें भारती एयरटेल, भारत इलैक्ट्रॉनिक्स, सिपला, हीरो होंडा, हिन्दुस्तान जिंक, आइडिया सैल्यूलर और निकोलस पीरामल शामिल हैं। इन सात कंपनियों ने औसतन शुध्द लाभ में 42.5% वृध्दि दिखाई है। अगर इन सात कंपनियों को मार्च 2008 के तिमाही नतीजों की सूची में से बाहर कर दिया जाए तो इनसे पहले की कंपनियों का औसत शुध्द लाभ लुढ़क कर 15.7% हो जाता।


सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और सीमेंट कंपनियां इस मामले में काफी सुस्त रहीं। विश्लेषकों का मानना है कि सीमेंट कंपनियों की कीमतों की बुरी उगाही और रुपये की मजबूती, पश्चिम में आर्थिक तंगी और अमेरिका में मंदी के चलते आईटी कंपनियों को धक्का लगा है। आईटी कंपनियों की आय में एक बड़ा हिस्सा अमेरिका के वित्तीय क्षेत्र से आता है। इनके अलावा में टेक्सटाइल कंपनियों ने भी पिछले पांच वर्षों में बमुश्किल ही कोई वृध्दि दर्ज की है।


चार प्रमुख आईटी कंपनियां, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इन्फोसिस टेक्ोलॉजीस, सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज और विप्रो ने अपने शुध्द लाभ में सबसे कम औसत 4.9% इस तिमाही के दौरान दर्ज की है। तीन प्रमुख सीमेंट कंपनियां एसीसी, अंबुजा सीमेंट और अल्ट्राटेक सीमेंट के शुध्द लाभ की वृध्दि 18% का घाटा हुआ है।


विश्लेषकों का कहना है कि इसके पीछे लागत में वृध्दि और उसके मुकाबले में कीमतों की उगाही में सही ताल-मेल न होने की वजह से हुआ है। इस तिमहा में मुनाफा 1 से 1.25% तक घटा है। परिचालन लाभ मार्च 2007 में 22.54% से 1.25% घट कर समीक्षाधीन तिमाही में 21.29% रह गया है।


शुध्द लाभ मार्च 2007 में 13.21% से 0.96% घटकर समीक्षाधीन तिमाही में 12.27% रह गया है। इस दौरान 345 कंपनियों की शुध्द बिक्री में 27.9% की वृध्दि देखी गई है, जिसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज ने तिमाही में आय में 35.8% की वृध्दि और सरकारी एमएमटीसी (92.5%) दिखाई है।


अगर रिलायंस और एमएमटीसी को अलग कर दिया जाए तो बाकी कंपनियों की औसतन शुध्द बिक्री वृध्दि दर घट कर 22.5% रह जाती है। इस तिमाही में इनके अलावा बेहतर प्रदर्शन वाली कंपनियां आइडिया सैल्यूलर (बिक्री में 51% वृध्दि), भारती एयरटेल (42.1%), विप्रो (39.3%), सत्यम कंप्यूटर (35.7%) और भारत इलैक्ट्रॉनिक्स (32.3%)।

First Published - April 28, 2008 | 11:52 PM IST

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