नकदी की कमी और हिस्सेदारी की बिक्री की वजह से सुर्खियों में आई कम किराये वाली विमानन कंपनी स्पाइसजेट के मुख्य कार्यकारी सिद्धांत शर्मा ने इस्तीफा दे दिया है।
सूत्रों के मुताबिक वह 30 जुलाई तक ही वर्तमान पद पर रहेंगे। शर्मा 2005 से ही स्पाइसजेट के साथ जुड़े हुए हैं। कनाडा के मार्क विंडर्स ने जब एयरलाइन से इस्तीफा दिया था, तो इस ओहदे पर शर्मा आए थे। शर्मा का इस्तीफा ऐसे समय में आया है, जब नकदी की कमी से परेशान स्पाइसजेट नए निवेश के लिए तमाम रास्ते तलाश रही है।
फिलहाल कंपनी के सामने दो विकल्प हैं – या तो वह उद्योगपति विजय माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस के साथ विलय कर सकती है, या फिर उसे अमेरिकी निवेशक कंपनी विल्बर रॉस को शेयर जारी कर रकम हासिल करनी होगी। अभी यह पता नहीं चल सका है कि शर्मा के इस्तीफे की वजह कंपनी के मौजूदा हालात हैं या नहीं।
हालांकि इस बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने न में ही जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘हां, मैंने इस्तीफा दे दिया है, लेकिन कंपनी की मौजूदा हालत से इसका कोई लेना देना नहीं है। इस बारे में मैं पहले ही सोच चुका था।’ हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि इसके बाद वह किसी विमानन कंपनी में शामिल होंगे या नहीं। उन्होंने कहा, ‘कुछ वक्त मैं आराम करना चाहता हूं। अगर यहां ज्यादा कुछ करने की गुंजाइश होती, तो मैं रुकना और स्पाइसजेट को बेहतर मुकाम पर पहुंचाने के लिए सब कुछ करता।’शर्मा इस कंपनी में कई जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं। एक समय वह कंपनी के चेयरमैन भी थे।