भारतीय विमानन कंपनी स्पाइसजेट के प्रमोटर और निदेशक भूपेंद्र कंसाग्रा स्पाइसजेट में अपने शेयर बेचने को तैयार है।
स्पाइसजेट में कंसाग्रा परिवार के 12.91 फीसदी हिस्सेदारी है। स्पाइसजेट का हालिया कारोबार लगभग 1,000 करोड़ रुपये का है। हालांकि निवेशकों की राह देख रही स्पाइसजेट अपने कारोबार को 2,000 करोड़ रुपये करने की योजना बना रही है।
भारतीय घरेलू बाजार में स्पाइसजेट की हिस्सेदारी लगभग 10 फीसदी है। बाजार में स्पाइसजेट के शेयरों में ज्यादा उछाल आने से ही कंपनी के अधिग्रहण की खबरें सुर्खियों में हैं। इस बारे में कंसाग्रा ने कहा, ‘मुझे पता है कि भारतीय मीडिया में कई घरेलू विमानन कंपनियों द्वारा स्पाइसजेट के अधिग्रहण की खबरें उड़ रही हैं। लेकिन हकीकत तो यह है कि अभी तक किसी भी कंपनी ने मुझसे इस बारे में बात नहीं की है।
ये कुछ ऐसा ही है जैसे की सभी ने इसके साथ फ्लर्ट किया है, लेकिन कोई भी इसका हाथ मांगने के लिए मेरे पास नहीं आया है। जिस दिन भी कोई कंपनी अच्छे ऑफर के साथ आएगी, हम इसके लिए तैयार हैं।’ कुछ दिन पहले ही जेट एयरवेज के कार्यकारी निदेशक सरोज दत्त ने कहा था कि जेट एयरवेज और स्पाइसजेट के बीच काफी समानताएं हैं।
दत्त के इस बयान के बारे में कंसाग्रा ने कहा, ‘अभी तक जेट एयरवेज ने मुझसे इस मामले में कोई बात नहीं की है, लेकिन अगर वो कोई अच्छा ऑफर देते हैं तो मै इसके लिए भी तैयार हूं।’ कंसाग्रा भाइयों ने साल 2000 में मोदी परिवार से इस विमानन कंपनी के शेयर खरीदे थे। तब यह विमानन कंपनी मोदीलुफ्त के नाम से जानी जाती थी। लेकिन कंसाग्रा भाइयों के इस कंपनी के शेयर खरीदने के बाद से इस कंपनी को कम किराये वाली विमानन कंपनी स्पाइसजेट नाम दिया गया था।
स्पाइसजेट द्वारा प्रस्तावित विस्तार करने के लिए और घाटे से उबरने के लिए कंपनी अपने वित्तीय निवेशकों के साथ नीति बना रही है। कंसाग्रा ने कहा,’अभी तक किसी भी वित्तीय निवेशक के साथ इस बारे में कोई करार नहीं हुआ है, लेकिन गोल्डमैन सैक्स और दुबई स्थित ईस्थिमार (13.42 फीसदी शेयर) जैसे वित्तीय निवेशकों के होने से हम ज्यादा चिंतित नहीं है। लेकिन विमानन कंपनी के विस्तार के लिए हम और नीति निवेशकों की खोज कर रहे हैं।’