देश के 13 सर्किलों में जीएसएम सेवाएं देने का लाइसेंस प्राप्त करने के बाद दूरसंचार कंपनी स्वान अब भारत संचार निगम लिमिटेड के साथ रणनीतिक साझेदारी करने की योजना बना रही है।
अगर ऐसा हो जाता है तो कंपनी अपनी जीएसएम सेवाएं देने के लिए भारत संचार निगम लिमिटेड के नेटवर्क का इस्तेमाल कर सकेगी। यह अपने आप में इस तरह का पहला समझौता होगा कि जिसमें एक दूरसंचार कंपनी अपनी प्रतिद्वंद्वी कंपनी को सेवाएं प्रदान करेगी। इससे स्वान बुनियादी ढांचा विकसित करने के झंझट में पड़े बगैर जल्द ही देश में अपनी सेवाएं शुरू कर पाएगी।
करार के तहत स्वान बीएसएनएल के टावर्स और नेटवर्क दोनों का इस्तेमाल कर पाएगी। इसके लिए कंपनी बीएसएनएल को कीमत चुकाएगी जिसका निर्धारण दोनों ही कंपनियां मिलकर करेंगी। स्वान ने बीएसएनएल को अपनी सेवाओं की योजना के बारे में बता दिया है। अगर बीएसएनएल कंपनी को सेवाएं मुहैया कराने में असफल रहती है तो कंपनी और विकल्पों पर ध्यान देगी।
रणनीतिक साझेदारी के तहत कंपनी बीएसएनएल की लीज्ड लाइनों और शहरों और लंबी दूरी के लिए बीएसएनएल के बैंडविड्थ का भी इस्तेमाल करेगी। इसके अलावा दोनों कंपनियां मिलकर बुनियादी सुविधाओं का विस्तार भी करेंगी। सरकारी नियमों के तहत दोनों कंपनियां एक दूसरे का स्पेक्ट्रम नहीं इस्तेमाल कर सकती हैं। स्वान को पहले ही कुछ सर्किलों में स्पेक्ट्रम आवंटित किया जा चुका है।
स्वान के अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि भी की है। उन्होंने कहा, ‘हम देश में अपने नेटवर्क और सेवाओं के विस्तार के लिए और विकल्पों पर भी ध्यान देंगे।’ हालांकि उन्होंने इससे ज्यादा कुछ भी बताने से इनकार कर दिया और कहा कि कंपनी इस बारे में सरकारी और कई निजी कंपनियों से भी बातचीत कर रही है। हालांकि बीएसएएनएल ने इस बारे में कुछ भी कहने से मना कर दिया है। लेकिन दूरसंचार विभाग के अधिकारियों ने इस बारे में कहा कि कंपनी को ऑपरेटर्स से इस बारे में प्रस्ताव मिला है।