वाहन बाजार की बड़ी खिलाड़ी टाटा मोटर्स जगुआर-लैंड रोवर सौदे के लिए रकम जुटाने के वास्ते तरह-तरह की जुगत भिड़ा रही है।
कंपनी ने तीन राइट इश्यू के जरिये तकरीबन 7,200 करोड़ रुपये की रकम जुटाने का फैसला किया है। इस रकम का ज्यादातर हिस्सा जगुआर-लैंड रोवर अधिग्रहण पर ही खर्च किया जाएगा।
इस अधिग्रहण के लिए टाटा मोटर्स को तकरीबन 92,00 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं और अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द ही पूरी हो जाएगी। कंपनी के निदेशक मंडल ने यह रकम राइट इश्यू से जुटाने के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। टाटा मोटर्स की ओर से जारी बयान में कहा गया कि अधिग्रहण का शुरुआती खर्च ब्रिज लोन के जरिये जुटाया जाएगा। यह ऋण बैंकों का एक समूह दे रहा है, जिसे पूंजी जुटाने वाली निश्चित योजनाओं के जरिये अदा कर दिया जाएगा।
रकम जुटाने की नई योजना के लिए कंपनी तीन प्रतिभूतियों का इस्तेमाल करने का इरादा बना रही है। इसमें 2,200 करोड़ रुपये की इक्विटी के लिए राइट इश्यू जारी होंगे। इसके अलावा ‘ए’ इक्विटी शेयरों के वोटिंग राइट्स भी होंगे, जिनके जरिये 2,000 करोड़ रुपये तक की रकम ली जाएगी। कंपनी पांच साल के लिए 0.5 फीसद परिवर्तनीय तरजीही शेयर जारी करेगी, जिन्हें 3 साल के बाद ‘ए’ इक्विटी शेयरों में तब्दील किया जा सकेगा।
इनके जरिये कंपनी लगभग 3,000 करोड़ रुपये की रकम इकट्ठा करेगी। इश्यू को अभी जरूरी मंजूरी और हरी झंडी मिलनी बाकी हैं। मंजूरी हासिल करने की प्रक्रिया में इन इश्यू में मामूली बदलाव भी आ सकते हैं।इन राइट्स इश्यू के पूरा होने पर कंपनी और भी रकम जुटाएगी। विदेशी बाजार में प्रतिभूतियां जारी कर कंपनी लगभग 2,000 से 2,400 करोड़ रुपये भी जुटाएगी।
शुद्ध मुनाफा बढ़ा
कंपनी ने पिछले वित्त वर्र्ष में मुनाफे में 6 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की। उसका शुद्ध मुनाफा इस दौरान 1,913.46 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,028.92 करोड़ रुपये हो गया। राजस्व में भी कंपनी ने 4.6 प्रतिशत का इजाफा दिखाया। उसका राजस्व 28,730.82 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष में 27,470 करोड़ रुपये था। लेकिन वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में कंपनी का शुध्द मुनाफा 2006-09 की समान अवधि के 2,169.9 करोड़ रुपये से घटकर 2,167.7 करोड़ रुपये हो गया।