टाटा की बहुप्रतीक्षित कार नैनो अक्टूबर में सड़कों पर दौड़ने की तैयारी भले ही कर रही हो लेकिन मारुति सुजुकी उसकी नींद हराम करने की तैयारी गुपचुप तरीके से कर रही है।
बैंकिंग और ऑटो के कलपुर्जे बनाने वाले उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि मारुति-800 की मौजूदा कीमत से 75,000 रुपये तक घटाने की कोशिश की जा रही है। ध्यान देने वाली बात यह है कि मारुति 800 में इस तरह की तब्दीलियों की बात तब की जा रही जब नैनो के लांच होने में कुछ ही महीने बाकी हैं।
इसका मतलब यह है कि मारुति 800 का यह नया रूप नई दिल्ली के एक्स शोरुम में 1,20,000 से 1,50,000 रुपये तक मिलने की संभावना है। लेकिन इसके बावजूद यह नैनो के ओरिजिनल मॉडल से लगभग 20,000 रुपये महंगा ही रहने की संभावना है। वैसे मारुति 800 बिक्री और लोगों की पसंद दोनों मानकों पर खरा उतरा है और इसे मार्केट लीडर के तौर पर जाना जाता है।
इसके प्रति लोगों की दीवानगी का आलम यह है कि आज भी हर माह 4000 से 5000 मारुति 800 गाड़ियां बिकती हैं। वैसे मारुति सुजुकी के प्रवक्ता ने इन बातों का खंडन किया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि मारुति 800 के इस नए रूप के बारे में किसी प्रकार की कोई योजना नहीं बनाई जा रही है।
बाजार सूत्रों का मानना है कि मारुति के लिए यह एक अच्छा वक्त है कि वह मारुति 800 का अपेक्षाकृत सस्ता मॉडल बाजार में उतारे। अक्टूबर 2008 से मार्च 2009 के बीच टाटा मोटर्स 35,000 कार बनाने की योजना बना रही है यानी हर महीने 6,000 कारें। इसमें 90 प्रतिशत ऐसी कारें होगी, जिसकी कीमत 1,50,000 से 1,90,000 रुपये के बीच रहेगी। मात्र 10 प्रतिशत ऐसी कारें होंगी जिसका प्रवेश मूल्य 1,00,000 रुपये होगा।
अगर टाटा नैनो की 6,000 कारें भी हर महीने बिकती है तो यह मारुति के लिए अच्छी ही बात होगी। एक समय था, जब मारुति एक काफी प्रसिद्ध ब्रांड था, लेकिन आज इसकी बिक्री हर महीने 5500-6000 है, जो नैनो की संभावित बिक्री के लगभग बराबर है। मारुति 800 की लोकप्रियता आजकल थोड़ी कम हुई है और इसकी जगह मारुति ऑल्टो ने ले ली है।
आजकल मारुति ऑल्टो की प्रति माह बिक्री 17,000 से 20,000 है। इस तरह आज मारुति आल्टो देश के लोकप्रिय मॉडलों में से एक है। मजेदार बात यह है कि इस साल जनवरी में जब ऑटोएक्सपो में नैनो को पहली बार शो केस में लाकर दुनिया के सामने रखा गया था, तो इसके बावजूद भी मारुति 800 की बिक्री पर कोई खास असर नहीं पड़ा था।
बाजार विशेषज्ञ इसकी वजह मारुति के मॉडलों के प्रति लोगों का अत्यधिक विश्वास मानते हैं। इसलिए विशेषज्ञ यह भी मानते हैं कि लोगों के इसी विश्वास के कारण मारुति अपने इस अति लोकप्रिय ब्रांड में किसी प्रकार का परिवर्तन करने की कोई योजना नहीं बना रहे हैं और इस लिहाज से गुणवत्ता से समझौता करने का उनका कोई इरादा नहीं है।
जबकि ऑटोमोबाइल के लिए लोने देने वाले बैंकरों का मानना है कि नैनो को वे बाइक और मारुति 800 के बीच की कैटेगरी में रखेंगे और नैनो खरीदने वालों को लोन की ब्याज दरों में थोड़ी राहत भी देंगे।