महंगाई की मार टाटा की लखटकिया कार नैनो पर भी पड़ सकती है।
कच्चे माल की बढ़ती कीमतों में बढ़ोतरी से चिंतित ऑटो पार्ट्स निर्माता कंपनियां टाटा मोटर्स से उत्पादों के दाम बढ़ाने को कहने का मन बना रहे हैं। दरअसल, ये कंपनियां ही नैनो कार के लिए पार्ट्स मुहैया कराएंगी। ऐसे में नैनो की लागत भी बढ़ सकती है।
हालांकि टाटा की ओर से नैनो की कीमत एक लाख रुपये तय की गई है और कंपनी अब भी अपनी बात पर कायम है। यह कार अक्टूबर 2008 तक सड़कों पर आ जाएगी, लेकिन इस बीच स्टील के दाम में काफी तेजी आई है। ऐसे में कंपनी ने लागत को नियंत्रित करने के लिए एक स्पेशल टीम के गठन की घोषणा की है।
दिल्ली स्थित सोनाकोयो ने नैनो के लिए स्टियरिंग सिस्टम आपूर्ति करने का टाटा से करार किया है। सोना ग्रुप के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक सुरिंदर कपूर ने बताया कि पिछले दिसंबर माह से स्टील की कीमतों में काफी बढ़ोतरी हुई है, जिससे उत्पादों के दाम बढ़ाना जरूरी हो गया है। हालांकि हाल में स्टील की कीमतों में कुछ कटौती की गई है, लेकिन इससे बहुत ज्यादा राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
कपूर कहते हैं कि नैनो के लिए पुर्जों की आपूर्ति करने वाली कंपनियां दाम बढ़ाने के बारे में सोच रही हैं और जल्द ही टाटा मोटर्स इसके बारे में बता दिया जाएगा। चूंकि अभी नैनो का उत्पादन शुरू नहीं हुआ है इसलिए पुर्जे बनाने वाली ज्यादातर कंपनियों को उम्मीद है कि टाटा मोटर्स दाम बढ़ाने के फैसले पर एतराज नहीं जताएगी।
मिंडा ग्रुप एक अन्य कंपनी है जो नैनो के लिए इलेक्ट्रिकल स्विच मुहैया कराएगी। मिंदा ग्रुप के अध्यक्ष एनके मिंडा ने बताया कि टाटा मोटर्स के साथ बातचीत जारी है हालांकि दाम बढ़ाने के मिंडा के फैसले पर टाटा ने सहमति नहीं जताई है लेकिन उन्हे पूरी उम्मीद है कि एक बार कार का उत्पादन शुरू होने के बाद इस मुद्दे पर दोबार विचार जरूर किया जाएगा क्योंकि कीमतों में अब तक जो बढ़ोतरी हुई है वह काफी ज्यादा है।
हालांकि पिछले हफ्ते स्टील की कीमतों में कमी तो की गई है लेकिन ऑटो उद्योग पर उसका सकारात्मक असर देखने को नहीं मिला है। जहां तक दाम में कमी का सवाल है तो वह केवल हॉट रोल्ड और कोल्ड रोल्ड स्टील पर लागू होती है, अलॉय स्टील की कीमतों में कोई कटौती नहीं की गई है जबकि एक कार के 60 फीसदी हिस्से में इसका इस्तेमाल किया जाता है।
उधर बिजनेस स्टैंडर्ड से बातचीत में टाटा मोटर्स के प्रवक्ता ने कोई भी टिप्पणी न करते हुए सिर्फ इतना कहा कि कंपनी और उसके आपूर्तिकर्ताओं के बीच की बातचीत गोपनीय है। टाटा मोटर्स ने अपनी एंट्री लेवल कार नैनो का दाम तो निश्चित कर रखा है और इसके बदलने के आसार भी बहुत कम हैं लेकिन इससे दूसरी कारों, जिनके दाम के बारे में अभी कुछ कहा नहीं गया है, में फेरबदल की पूरी गुंजाइश है।
स्टील की कीमतों में जो उछाल आया है वह हालिया कटौती की तुलना में कहीं ज्यादा है। सरकार ने जो भी कदम उठाए हैं उन्हे लेकर निराशा छाई है और ऑटोमोटिव कॉम्पोनेंट्स लिमिटेड अलॉय स्टील से डयूटी हटाने के लिए अगले कुछ दिनों में सरकार को अर्जी लिखेगा।