आईटीसी की गारमेंट रिटेलिंग इकाई विल्स लाइफस्टाइल्स मुनाफा कमाने के लिए उभरते डिजाइनरों, इतालवी फैब्रिक निर्माताओं और जाने-माने डिजाइनरों के साथ सहयोग स्थापित कर रही है।
कंपनी के इस कदम का उद्देश्य भारतीय आबादी के तेजी से बढ़ रहे युवा मोबाइल सेगमेंट के लिए अपने ब्रांडों पर ध्यान केंद्रित करना भी है जिसमें कंपनी को 30 फीसदी का इजाफा होने की संभावना है। कंपनी ने नए डिजाइनरों को प्रमोट करने के लिए एनआईएफटी, एनआईडी और पर्ल एकेडेमी जैसे डिजाइन संस्थानों के साथ गठजोड़ किया है।
ये डिजाइनर ग्रांड फिनाले के बाद क्षेत्रीय प्रतिस्पर्धाओं के जरिये चुने जाएंगे। एनआईएफटी, एनआईडी, पर्ल एकेडेमी जैसे प्रमुख फैशन संस्थानों से 250 से अधिक छात्र पहले ही अपने आवेदन भेज चुके हैं जिनमें से 45 को मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु में आयोजित क्षेत्रीय राउंड में अपनी डिजाइन का प्रदर्शन करने के लिए चुना जा चुका है। तीन निर्णायक प्रतिभागियों को दिल्ली में फाइनल राउंड के लिए चुना गया।
विल्स ने सुपीरियर क्वालिटी फ्लैट निट के लिए अंतर्राष्ट्रीय डिजाइन स्टूडियो अलेजेंड्रा माची स्टूडियो और महिलाओं के फैशन परिधानों के लिए इटली के रिकार्डो रामी स्टूडियो के साथ भी सहयोग स्थापित किया है। ग्राहकों की फैशन संवेदनशीलता को नई गति प्रदान करने की कोशिश के तहत विल्स लाइफस्टाइल फैशन वीक के दौरान उत्पादों के प्रदर्शन के लिए विल्स लाइफस्टाइल्स राजेश प्रताप सिंह, रोहित गांधी, राहुल खन्ना, मनीष मल्होत्रा, रोहित बल जैसे डिजाइनरों के साथ भी गठजोड़ कर रही है।
एक रिटेल विश्लेषक ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया, ‘आधुनिकता, यूथ-फ्रेंडली रिटेलिंग को ध्यान में रख कर विल्स लाइफस्टाइल को नवीनता लाना जरूरी है। इसके अलावा भारत में कई नए रिटेल चेन के आगमन के साथ विल्स लाइफस्टाइल जैसे प्रतिष्ठित ब्रांडों को प्रतिस्पर्धा में आगे बने रहने के लिए नवीनता लानी होगी।’ कारोबार की बड़ी रणनीति के हिस्से के रूप में विल्स का ब्रांड बदलाव नए लुक वाले स्टोरों, प्रीमियम प्रोडक्ट-लाइन और स्टोरों के अंदर श्रेष्ठ उत्पादों की उपलब्धता के लिए प्रमुख आर्कीटेक्चर और प्रबंधन कंपनियों के साथ गठजोड़ आदि के रूप में दिखेगा।
बदल रही उपभोक्ताओं की पसंद को ध्यान में रख कर नवीनता लाना प्रमुख उद्देश्य है। इस बदलाव का असर स्टोरों पर दिखना शुरू हो गया है। कंपनी के स्टोरों में आने वाले ग्राहकों की संख्या में 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा इसके उत्पादकता स्तर में भी 15 से 20 फीसदी का इजाफा हुआ है। बिक्री बढ़ाने के लिए कंपनी पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग रणनीति का इस्तेमाल कर विशेष उपभोक्ता सेगमेंट पर ध्यान केंद्रित करेगी।
आईटीसी के उपाध्यक्ष (विपणन एवं रिटेल) अतुल चांद ने बताया, ‘डब्ल्यूएलएस चेन में महिला परिधानों का योगदान तकरीबन 35 फीसदी है और हम इसे बड़े विकास अवसर के रूप में देख रहे हैं। हम विशेष उपभोक्ता सेगमेंट पर ध्यान केंद्रित करने की अपनी रणनीति के तहत पुरुष परिधान उत्पादों पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।’
इस तिमाही में कंपनी के स्टोरों में ग्राहकों की संख्या में 20 फीसदी तक का इजाफा हुआ। कंपनी ने रिटेल प्रबंधन में विशेषज्ञता रखने वाले समूह फ्रीडमैन गु्रप के साथ भी गठजोड़ किया है। यह समूह श्रेष्ठ खरीदारी अनुभव से लैस करने के लिए विल्स लाइफस्टाइल के स्टोर प्रबंधकों और कर्मचारियों को प्रशिक्षित करेगा। चांद ने कहा, ‘इस कार्यक्रम से अब तक हमारे उत्पादकता स्तर को 15-20 फीसदी तक बढ़ाने में मदद मिली है।’