सिंगापुर की एफएमसीजी कंपनी उन्जा के अधिग्रहण के बाद यह पहला मौका है जब विप्रो कंज्यूमर केयर ऐंड लाइटिंग (डब्ल्यूसीसीएल) उन्जा के लिए बढ़ा क्षमता विस्तार करने जा रही है।
कंपनी की योजना नए संयंत्रों को लगाने के साथ-साथ अपनी मौजूदा क्षमता को बढ़ाने की भी है। कंपनी की चालू वित्त वर्ष के लिए 100 करोड़ रुपये की क्षमता विस्तार योजना के तहत कंपनी मलेशिया मे कुआलालंपुर के पास टूथपेस्ट उत्पादन के लिए एक नया संयंत्र लगाने की है। यह उत्पाद कंपनी पहले ही लॉन्च कर चुकी है, जो त्वचा संबंधी उत्पादों के सेगमेंट साफी ब्रांड के तहत आएगा।
इस वर्ष के कंपनी के क्षमता विस्तार में वियतनाम में उन्जा की सैशे विनिर्माण संयंत्र का क्षमता विस्तार भी शामिल है। विप्रो ने इंडोनेशिया में ऐरोसोल के एक संयंत्र के लए पहले ही फंड अलग रख लिया है। जून 2008 में समाप्त हुई तिमाही में कंपनी ने साल-दर-साल के आधार पर 111.9 प्रतिशत इजाफे के साथ 513 करोड़ रुपये राजस्व कमाया। घरेलू बाजार में संतूर कंपनी के राजस्व में 42 प्रतिशत योगदान दे कर सबसे ऊपर है, जबकि लाइटिंग और फर्नीचर कंपनी के राजस्व में क्रमश: 14 और 10 प्रतिशत का योगदान देते हैं।
डब्ल्यूसीसीएल के अध्यक्ष विनीत अग्रवाल का कहना है कि भारत में कंपनी अपने प्रमुख साबुन ब्रांड संतूर से आगे भी विकास देख रही है। उन्होंने कहा, ‘इस तिमाही में हमने संतूर से आगे बढ़कर विकास किया है, हमारे ऑफिस मॉडयूलर फर्नीचर कारोबार में जबरदस्त प्रदर्शन देखा गया है, जिसमें हमने नई शृंखलाएं पेश की थीं।’
डब्ल्यूसीसीएल औरंगाबाद के वलूज में एक नई इकाई लगा रही है, जहां कंपनी का पहले से ही लाइटिंग उत्पादों के लिए संयंत्र है। कंपनी का यह संयंत्र साल के अंत तक शुरू हो जाएगा। इसके अलावा कंपनी का चेन्नई में फर्नीचर उत्पादन का भी एक संयंत्र है, जिसकी क्षमता के विस्तार पर भी कंपनी विचार कर रही है।