अमेरिका की सबसे अधिक लोकप्रिय और सर्फ की जाने वाली साइट याहू की कंपनी, याहू इंक भारतीय टाटा संस लिमिटेड की एक इकाई के साथ मिलकर नई कंप्यूटिंग तकनीकों पर शोध करेगी।
कंपनी ने इस सिलसिले में भारतीय कंपनी के साथ समझौता किया है।’क्लाउड कंप्यूटिंग’ के नाम से चर्चित यह तकनीक इस तरह से डिजाइन की गई है, कि उपभोक्ता इसकी मदद से प्रोग्रामों को स्थानीय कंप्यूटर के बजाय रिमोट डाटा केन्द्रों से चला सकते हैं। याहू ने एक वक्तव्य में कहा है कि टाटा की कंप्यूटेशनल रिसर्च लैबोरेटरीज के साथ इस परियोजना में दुनिया के चौथे सबसे तेज सुपरकंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाएगा।
पुणे में स्थित एक प्रयोगशाला के पास यह कंप्यूटर है, जो अपाचे हडूप फ्रेमवर्क का इस्तेमाल करेगा। इस फ्रेमवर्क का उपयोग विभिन्न कंप्यूटरों का इस्तेमाल करते हुए बहुत ज्यादा डाटा को हैंडल करने के लिए सॉफ्टवेयर बनाने में किया जाता है। साथ ही यह अन्य परियोजनाओं जैसे कि जीनोम शोध और सॉफ्टवेयर जो टेक्स्ट को विभिन्न भाषाओं में रूपांतरित करता है, में भी मदद करेगा।
याहू के प्रवक्ता डेनिस रॉय का कहना है, ‘हमें सिस्टम और सॉफ्टवेयर में बुनियादी वैज्ञानिक शोध की जरूरत है, जो वेब में बढ़ते हुए डाटा को आसानी से और बेहतर तरीके से संभाल सके।’