रणजी ट्रॉफी मुकाबलों में नहीं खेलने के कारण आलोचना का सामना कर रहे भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज इशान किशन ने मंगलवार को प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में प्रभावहीन वापसी करते हुए यहां डीवाई पाटिल कप में 19 रन बनाए। टूर्नामेंट के दूसरे दिन भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के लिए खेलते हुए 25 साल के इशान ने मध्यम गति के गेंदबाज सायन मंडल की गेंद पर सुमित ढेकाले को स्टंप किया और बाद में 12 गेंदों में दो चौकों और एक छक्के की मदद से 19 रन बनाए।
आरबीआई को रूट मोबाइल लिमिटेड के खिलाफ 89 रन से हार का सामना करना पड़ा। डीवाई पाटिल यूनिवर्सिटी ग्राउंड पर रूट मोबाइल ने पहले बल्लेबाजी करते हुए आयुष वर्तन की 31 गेंद में 54 रन और ढेकाले की 42 रन की पारी की बदौलत 20 ओवर में आठ विकेट पर 192 रन बनाए। जवाब में आरबीआई की टीम 16.3 ओवर में सिर्फ 103 रन पर आउट हो गई।
रूट मोबाइल की ओर से बद्री आलम ने 20 रन देकर पांच विकेट चटकाए। आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए खेलने वाले इशान पिछली बार भारत के लिए पिछले साल नवंबर में घरेलू मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 श्रृंखला के दौरान खेले थे। इसके बाद उन्होंने भारत के दक्षिण अफ्रीका दौरे के बीच में ब्रेक लेने का फैसला किया और उन्हें अफगानिस्तान के खिलाफ घरेलू मुकाबलों और इंग्लैंड के खिलाफ चल रही पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिए नजरअंदाज कर दिया गया।
झारखंड के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाले इशान रणजी ट्रॉफी के अंतिम दौर के मैचों में नहीं खेले और उन्हें मुंबई इंडियन्स के अपने कप्तान हार्दिक पंड्या के साथ ट्रेनिंग करते देखा गया। इशान का प्रथम श्रेणी क्रिकेट नहीं खेलना और केवल आईपीएल पर ध्यान केंद्रित करना भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के इस फैसले के पीछे का एक कारण था कि खिलाड़ियों को लुभावनी लीग के नीलामी पूल का हिस्सा बनने का पात्र होने के लिए न्यूनतम संख्या में रणजी ट्रॉफी मैच खेलने होंगे।