एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) ने आज वित्त वर्ष 23 के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। बैंक ने मजबूत निवेश वृद्धि व सार्वजनिक निवेश के साथ निजी निवेश बढऩे के हिसाब से अनुमान लगाया है।
इस अनुमान में यूक्रेन पर रूस के हमले के असर को भी शामिल किया गया है, जिसका परोक्ष असर तेल की कीमत पर पड़ रहा है। इसमें कोविड-19 महामारी की गंभीरता को भी शामिल किया गया है, जो टीकाकरण की दर के कारण कम प्रभावी रहेगा। आज जारी किए गए अनुमान में एडीबी ने भारत के लिए पहले लगाए गए वृद्धि अनुमान को बरकरार रखा है, वहीं अन्य एजेंसियों ने वृद्धि अनुमान घटा दिए हैं। संभवत: ऐसा इसलिए है कि उनके अनुमान रूढि़वादी हैं। रेटिंग एजेंसी इक्रा लिमिटेज ने पिछले सप्ताह अनुमान घटाकर 8 प्रतिशत से 7.2 प्रतिशत कर दिया था। एडीबी ने कहा कि राजकोषीय नीति वृद्धि के लिए समर्थन वाली रहने की उम्मीद है। ज्यादा पू्ंजीगत व्यय से लॉजिस्टिक्स व अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार होगा।