भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को कहा कि देश की अर्थव्यवस्था लगभग सुधार की राह पर है और केंद्रीय बैंक तथा सरकार ने इसमें सहयोग करने के लिए मौद्रिक और राजकोषीय नीतियों को उदार बनाए रखा है। उन्होंने कहा कि यह आवश्यक है कि वित्तीय क्षेत्र के पास समुचित मात्रा में पूंजी उपलब्ध हो। कई बैंकों ने पहले ही पूंजी जुटा ली है और अन्य पूंजी जुटाने की तैयारी कर रहे हैं। उम्मीद है कि आने वाले महीनों में ये पूंजी जुटा लेंगे।
दास ने आगे कहा कि कोविड-19 के बाद सरकार को आगे के अपने राजकोषीय प्रारूप का खाका पेश करना होगा और देश को कोविड की चुनौतियों से निपटने के लिए उसका पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि राजकोषीय और मौद्रिक नीति दोनों में उदार रुख रखा गया है और आरबीआई मौद्रिक विस्तार की राह पर है। दास ने कहा कि कोविड-19 के दबाव से उबरने के लिए बैंकों, गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को बफर पूंजी बनाने की जरूरत है। दास वित्त आयोग के चेयरमैन एन के सिंह की आत्मकथा ‘पोट्र्रेट ऑफ पावर : हाफ अ सेंचुरी ऑफ बीइंग एट रिंगसाइड’ के विमोचन के मौके पर यह बातें कहें।