facebookmetapixel
रेट कट का असर! बैंकिंग, ऑटो और रियल एस्टेट शेयरों में ताबड़तोड़ खरीदारीTest Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासा

अमेरिका को निर्यात बढ़ाने की तैयारी पर जोर

चीन पर अमेरिकी शुल्क बढ़ोतरी के बीच फियो ने इलेक्ट्रॉनिक्स, खिलौने, परिधान, रसायन और चमड़े पर ध्यान केंद्रित कर निर्यात बढ़ाने की योजना बनाई।

Last Updated- December 24, 2024 | 10:55 PM IST
विविधीकरण पर जोर देने के बावजूद अमेरिका को होने वाले निर्यात पर निर्भरता बढ़ी, India's export reliance on US grows despite diversification push

निर्यातकों का शीर्ष निकाय भारतीय निर्यात महासंघ (फियो) निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के चीन के उत्पादों पर उच्च शुल्क लगाए जाने की धमकी के मद्देनजर अमेरिका को निर्यात बढ़ाने के लिए पांच प्रमुख क्षेत्रों के लिए रणनीति बना रहा है।

फियो के उपाध्यक्ष इसरार अहमद ने मंगलवार को कहा, ‘ हमें मौका आने पर कदम उठाने के बजाए पहले से सक्रिय होने की जरूरत है। हम पांच क्षेत्रों के लिए रणनीति बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इन क्षेत्रों में इलेक्ट्रॉनिकी, खिलौने, परिधान, कार्बनिक व अकार्बनिक रसायन और चमड़ा शामिल हैं। हम इन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर निर्यात की वृद्धि को गति दे सकते हैं।’

निर्यातकों के इस शीर्ष निकाय को इस मामले पर केंद्र सरकार से मदद भी मिल रही है। संगठन ने सरकार से अनुरोध किया कि भारत के निर्यातकों के लिए आर्थिक प्रोत्साहन दिया जाए ताकि वे अमेरिका के विभिन्न इलाकों में आयोजित प्रदर्शनियों में शामिल हो सकें। इससे भारतीय निर्यातक कारोबार के बदलते रुझाने के दौर में नए उभरते क्षेत्रों की संभावनाओं का दोहन कर सकेंगे।

उन्होंने सरकार से अमेरिका में भारतीय निर्यात को जोरदार ढंग से प्रोत्साहित करने के लिए मार्केट पहुंच पहल योजना के तहत अधिक कोष जारी करने का अनुरोध किया है। अहमद ने कहा कि हमारे लिए मौजूदा भूराजनीतिक स्थिति में बहुत बड़ा अवसर है। लिहाजा तीन वर्षीय योजना होनी चाहिए। अहमद की टिप्पणी ऐसे दौर में आई है जब ट्रंप शुल्क बढ़ाने की घोषणा कर चुके हैं।

ट्रंप ने कहा था कि वे अगले साल जनवरी में सत्ता ग्रहण करने पर कनाडा व मेक्सिको के खिलाफ शुल्क 25 प्रतिशत बढ़ा देंगे जबकि चीनी उत्पादों पर 10 प्रतिशत शुल्क बढ़ा देंगे। अभी भारत इस शुरुआती शुल्क बढ़त से बचा हुआ है। भारत के लिए सबसे बड़ा कारोबारी साझेदार व निर्यात का गंतव्य अमेरिका ही है।

First Published - December 24, 2024 | 10:55 PM IST

संबंधित पोस्ट