facebookmetapixel
रेट कट का असर! बैंकिंग, ऑटो और रियल एस्टेट शेयरों में ताबड़तोड़ खरीदारीTest Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासा

किसानों को मिलेगा 266 रुपये प्रति बोरी यूरिया, 22,303 करोड़ की उर्वरक सब्सिडी को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दी मंजूरी

केंद्र के इस फैसले से उर्वरक की वैश्विक दरों में कुछ बढ़ोतरी के बावजूद भारत के किसानों के बहुत ज्यादा सब्सिडी वाली दर पर 266 रुपये प्रति बोरी के भाव यूरिया मिलता रहेगा।

Last Updated- October 25, 2023 | 10:45 PM IST
भारत 2025 के अंत तक यूरिया का आयात बंद कर देगा: मांडविया , India will stop importing urea by the end of 2025: Mandaviya

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को पोषक तत्व पर आधारित व्यवस्था के तहत प्रति किलोग्राम सब्सिडी में बदलाव किया है। नाइट्रोजन फास्फोरस, पोटैशियम और सल्फर पर अक्टूबर-मार्च अवधि के लिए मिलने वाली सब्सिडी, अप्रैल-सितंबर अवधि की तुलना में घटा दी गई है। इससे खजाने पर 22,303 करोड़ रुपये बोझ पड़ेगा।

इस फैसले से यह सुनिश्चित हो सकेगा कि उर्वरक की वैश्विक दरों में कुछ बढ़ोतरी के बावजूद भारत के किसानों के बहुत ज्यादा सब्सिडी वाली दर पर 266 रुपये प्रति बोरी के भाव यूरिया मिलता रहेगा। जबकि मिश्रित उर्वरकों जैसे डीएपी की कीमत 1,350 रुपये प्रति बोरी, विभिन्न ग्रेड के एनपीए की औसत कीमत 1,470 रुपये प्रति बोरी और एमओपी की कीमत 1,655 रुपये प्रति बोरी होगी। एमओपी की कीमत अप्रैल-सितंबर के दौरान करीब 1,700 रुपये प्रति बोरी थी।

अप्रैल से सितंबर की अवधि के दौरान सरकार ने एनबीएस के दौर में 38,000 करोड़ रुपये व्यय का अनुमान लगाया था। आज घोषित सब्सिडी के बाद गैर यूरिया उर्वरक पर कुल सब्सिडी करीब 60,000 करोड़ रुपये हो जाने की उम्मीद है। वित्त वर्ष 24 के बजट में गैर यूरिया उर्वरकों पर 44,000 करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान लगाया गया था।

यूरिया और गैर यूरिया पर कुल सब्सिडी 1,75,099 करोड़ रुपये आने का अनुमान लगाया गया था, जिसमें से यूरिया सब्सिडी 1,31,100 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है, जबकि गैर यूरिया सब्सिडी 44,000 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। संवाददाताओं को जानकारी देते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार किसानों को सस्ती दरों पर पर्याप्त उर्वरक मुहैया कराने को प्रतिबद्ध है।

एनपीके और एस पर प्रति किलो सब्सिडी दर घटाए जाने के बारे में पूछे जाने पर ठाकुर ने कहा कि तैयार माल और कच्चे माल की अंतरराष्ट्रीय कीमत कुछ कम हुई हैं, लेकिन अभी भी कीमत ज्यादा है। ऐसे में सरकार पुरानी दर बहाल रखने के लिए सब्सिडी मुहैया करा रही है। पिछले वित्त वर्ष में उर्वरक सब्सिडी करीब 2.55 लाख करोड़ रुपये थी, जबकि 2014-15 में 73,000 करोड़ रुपये सब्सिडी दी गई थी। सरकार ने एक बयान में कहा कि किसानों को सरकार सब्सिडी वाला, वहनीय और उचित मूल्य पर उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी। इसमें कहा गया है कि पीऐंडके उर्वरकों की हाल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों और इनपुट को देखते हुए सब्सिडी कम की गई है। सरकार 25 ग्रेड के पीऐंडके उर्वरक किसानों को सब्सिडी वाली दरों पर मुहैया करा रही है। 1अप्रैल 2010 में लागू एनबीएस योजना के तहत पीऐंड के उर्वरकों पर सब्सिडी मुहैया कराई जा रही है।

First Published - October 25, 2023 | 10:45 PM IST

संबंधित पोस्ट