facebookmetapixel
रेट कट का असर! बैंकिंग, ऑटो और रियल एस्टेट शेयरों में ताबड़तोड़ खरीदारीTest Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासा

विदेशी ग्राहकों को सेवाओं पर GST वैध: बंबई हाईकोर्ट

Last Updated- June 07, 2023 | 10:52 PM IST
HC upholds GST rules on taxing intermediary services for clients abroad
Illustration by Ajay Mohanty

बंबई उच्च न्यायालय ने विदेशी ग्राहकों को मुहैया कराई जाने वाली मध्यवर्ती सेवाओं पर जीएसटी कानून के उपबंधों को संवैधानिक रूप से वैध करार दिया है।

बहरहाल अदालत ने इस बारे में टिप्पणी नहीं की कि मध्यवर्ती सेवाएं मुहैया कराने वालों पर किस प्रकार का जीएसटी – केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (CGST), राज्य जीएसटी (SGST) या समन्वित जीएसटी (IGST) लगेगा।

मध्यवर्ती सेवा मुहैया कराने वालों में एजेंट, ब्रोकर, भारत के बाहर के ग्राहकों के लिए बिचौलिए की भूमिका निभाने वाले आदि आते हैं। लिहाजा मूल मुद्दा यह है कि भारत के बाहर उपयोग होने वाली सेवाओं पर किस प्रकार का कर – IGST, CGST या SGST लगेगा।

अभी भारत में इन सेवाओं पर IGST के अधिनियम के तहत कर लगाया जाता है और उन पर SGST और CGST लगाया जाता है। धारा 13 (8) (बी) के उपबंधों ने इन सेवाओं को निर्यात नहीं मानकर अपवाद माना है जबकि इन सेवाओं का उपभोग देश के बाहर किया जाता है। इससे शुद्ध निर्यात सेवा मुहैया करवाने वालों की तरह मध्यवर्ती सेवा मुहैया कराने वालों को शून्य कर की सुविधा नहीं मिल पाती है।

लिहाजा इस उपबंध का अर्थ यह है कि यदि मध्यवर्ती सेवाएं देश के बाहर सेवाएं मुहैया करवाई जाती हैं तो ऐसे में जिस क्षेत्र में आपूर्तिकर्ता पंजीकृत है, उसमें सेवा मुहैया कराना माना जाएगा।

First Published - June 7, 2023 | 10:52 PM IST

संबंधित पोस्ट