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दिसंबर के पहले पखवाड़े में ऋण-जमा 11.5 फीसदी बढ़ा, देश का विदेशी मुद्रा भंडार 8.48 अरब डॉलर घटा

आंकड़े दर्शाते हैं कि 13 जनवरी को समाप्त पखवाड़े में बकाया जमा 227.61 लाख करोड़ रुपये था जबकि बकाया ऋण 180.81 लाख करोड़ रुपये रहा।

Last Updated- December 27, 2024 | 9:26 PM IST
Reserve Bank of India

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि 13 दिसंबर को समाप्त हुए पखवाड़े में ऋण वृद्धि ने रफ्तार भरी है। एक साल पहले के मुकाबले 13 दिसंबर को समाप्त पखवाड़े में ऋण वृद्धि 11.5 फीसदी रही, तो जमा वृद्धि भी 11.5 फीसदी ही रही।

आंकड़े दर्शाते हैं कि 13 जनवरी को समाप्त पखवाड़े में बकाया जमा 227.61 लाख करोड़ रुपये था जबकि बकाया ऋण 180.81 लाख करोड़ रुपये रहा। इससे पिछले पखवाड़े (15 नवंबर) को जमा एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 10.7 फीसदी बढ़कर 213.13 लाख करोड़ रुपये था और बकाया कर्ज 10.6 फीसदी की वृद्धि के साथ 168.37 लाख करोड़ रुपये था।

एचडीएफसी लिमिटेड के एचडीएफसी बैंक में विलय के प्रभाव को छोड़ दें तो अर्थव्यवस्था में ऋण एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 12.7 फीसदी की दर से बढ़ा है, 11.9 फीसदी की दर से बढ़े जमा के मुकाबले काफी अधिक है। 1 जुलाई, 2023 को एचडीएफसी लिमिटेड का एचडीएफसी बैंक में विलय हुआ था।

पहले मुख्य तौर पर खुदरा ऋण के कारण अर्थव्यवस्था में ऋण वृद्धि अपने उच्चतम स्तर से कम हो गई है। पिछले साल नवंबर में रिजर्व बैंक ने असुरक्षित ऋणों और गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) को दिए जाने वाले ऋण पर जोखिम भार बढ़ा दिया था।

इसके अलावा, क्रेडिट कार्ड, व्यक्तिगत ऋण और छोटे ऋण जैसे असुरक्षित ऋण में उभरते चूक के साथ अधिकतर ऋणदाताओं ने चालू वित्त वर्ष 2025 के लिए अपनी ऋण वृद्धि के लक्ष्य को कम कर दिया था। इसके अलावा, लगातार उच्च ब्याज दरों और बढ़ती महंगाई कारण कॉरपोरेट ऋण वृद्धि पर भी दबाव है।

इसके अलावा, देश के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंक एचडीएफसी बैंक अपनी ऋण पुस्तिका को उद्योग के औसत से कम कर रहा है, जिससे अर्थव्यवस्था में कुल ऋण वृद्धि पर भी असर पड़ रहा है।

देश का विदेशी मुद्रा भंडार 8.48 अरब डॉलर घटा

देश का विदेशी मुद्रा भंडार 20 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 8.48 अरब डॉलर घटकर 644.39 अरब डॉलर रह गया। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। इससे पिछले सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 1.99 अरब डॉलर घटकर छह महीने के निचले स्तर 652.87 अरब डॉलर पर आ गया था।

विदेशी मुद्रा भंडार में पिछले कुछ हफ्तों से गिरावट आ रही है। इस गिरावट का कारण रुपये में उतार-चढ़ाव को कम करने के लिए आरबीआई का विदेशी मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप के साथ-साथ मूल्यांकन को माना जा रहा है। सितंबर के अंत में विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 704.88 अरब अमेरिकी डॉलर के अबतक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था।

शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार 20 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का प्रमुख हिस्सा विदेशी मुद्रा आस्तियां 6.01 अरब डॉलर घटकर 556.56 अरब डॉलर रह गईं।

First Published - December 27, 2024 | 9:26 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

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