देश में कोविड-19 संक्रमितों की संख्या कम होने की वजह से ज्यादा लोग अब दफ्तर और कार्यस्थलों पर जाने लगे हैं। आवागमन के आंकड़ों से पता चलता है कि दफ्तर जाने वालों की संख्या कोविड के दौर से पहले देखी गई संख्या का लगभग 88 फीसदी तक है। पिछले साल सितंबर में संक्रमितों की संख्या एक दिन में करीब एक लाख तक होती थी लेकिन अब इसमें 80 फीसदी से अधिक तक की गिरावट हो चुकी है। महामारी के आंकड़ों पर नजर रख रहे कोविड19इंडियाडॉटओआरजी के मुताबिक अब संक्रमितों की संख्या एक दिन में करीब 15,000 तक होती है। आवागमन के डेटा के अतिरिक्त बिज़नेस स्टैंडर्ड प्रदूषण के स्तर, भारतीय रेलवे द्वारा की जा रही माल ढुलाई देश भर में बिजली उत्पादन और प्रमुख शहरों में यातायात का जायजा लेता है। इन संकेतकों से आधिकारिक डेटा जारी होने से पहले ही आर्थिक गतिविधियों की बेहतर तस्वीर का अंदाजा मिल जाता है। दुनिया भर के विश्लेषक इन्हीं समान संकेतकों पर नजर रख रहे हैं ताकि जमीन पर तेजी से बदलती स्थिति का अंदाजा मिल सके क्योंकि दुनिया भर के विभिन्न देशों को महामारी के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन से गुजरना पड़ा है। सर्च इंजन गूगल आवागमन का अंदाजा लेने के लिए किसी अनाम स्थान के डेटा का इस्तेमाल करता है। इससे पता चलता है कि कार्यस्थल का दौरा लॉकडाउन की सख्ती के दौरान सामान्य दिनों के मुकाबले 34 फीसदी तक कम हो गया था। हालांकि इसके बाद से सामान्य दिनों की तरह बढ़ोतरी हुई है और यह 87.9 प्रतिशत तक हो गया है। गूगल एक अंतराल के साथ डेटा जारी करता है और नया डेटा 12 जनवरी का है।
मार्च में शुरू हुए लॉकडाउन की वजह से कार्यालय और कारखाने बंद होने से बिजली उत्पादन में लगभग 30 प्रतिशत की गिरावट आई थी। उस वक्त के बाद से ही यह सामान्य स्तर पर वापस आ गया है। रविवार 17 जनवरी को समाप्त हुए सप्ताह में बिजली उत्पादन पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 3.8 फीसदी अधिक था। पिछले सप्ताह के लिए बढ़त तीन फीसदी तक थी। बिज़नेस स्टैंडर्ड नाइट्रोजन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन आंकड़ों पर भी नजर रखता है। औद्योगिक गतिविधि और वाहनों से प्रदूषक तत्त्व बढ़ते हैं। दिल्ली में प्रदूषक तत्त्वों का स्तर रविवार 17 जनवरी को समाप्त सप्ताह में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में करीब 14 प्रतिशत अधिक था। पिछले सप्ताह इसमें करीब 20 फीसदी की गिरावट आई थी। बांद्रा इलाके के आंकड़ों के मुताबिक मुंबई का उत्सर्जन 97 प्रतिशत कम है।
यातायात पिछले सप्ताह के समान स्तर पर है। वैश्विक लोकेशन टेक्नोलॉजी कंपनी टॉमटॉम इंटरनैशनल के आंकड़ों के मुताबिक सोमवार सुबह 9 बजे (18 जनवरी को) की भीड़ नई दिल्ली में 2019 की तुलना में 48 फीसदी कम थी। मुंबई में यह 42 फीसदी कम रहा।
भारतीय रेलवे में सालाना आधार पर माल ढुलाई में बढ़ोतरी पिछले हफ्ते 11.1 फीसदी कम होकर रविवार, 17 जनवरी को समाप्त सप्ताह में 6.9 फीसदी तक हो गई। माल ढुलाई से होने वाली आमदनी 5.6 प्रतिशत से घटकर 5.2 प्रतिशत हो गई।