केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को दुनिया के लिए सबसे भरोसेमंद देश बना दिया है। उन्होंने साथ ही जोड़ा कि वैश्विक व्यवसायों को इस भरोसे के अनुरूप भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती और स्थिरता का लाभ उठाना चाहिए।
वैष्णव ने दावोस में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की वार्षिक बैठक-2024 में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जिस मजबूत नींव को रखा है, उसे देखते हुए भारत कम से कम अगले 10 साल तक 6-8 प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि हासिल करेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे में सभी के लिए और सभी क्षेत्रों में भरपूर अवसर होंगे।
उन्होंने कहा, ‘कारोबारी हस्तियों, निवेश बैंकरों, प्रौद्योगिकी सीईओ और अन्य नेताओं के साथ बैठकों में, एक बात जो बहुत स्पष्ट रूप से सामने आई, वह है भारतीय अर्थव्यवस्था की जुझारू क्षमता। लोग इसके बारे में अधिक जानना चाहते हैं।’
वैष्णव ने कहा, ‘लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों के बारे में गहराई से जानना चाहते हैं। मैंने कई शीर्ष निवेश बैंकरों और वैश्विक सीईओ के साथ चर्चा की है कि कैसे प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय अर्थव्यवस्था को स्थिरता और मजबूती दी है।
उन्होंने अर्थव्यवस्था को लगातार वृद्धि के लिए एक रास्ता दिया है।’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की निगरानी में भारतीय अर्थव्यवस्था के चार स्तंभों – बुनियादी ढांचे में निवेश, विनिर्माण पर जोर, समावेशी विकास और सरलीकरण पर बहुत अधिक काम हुआ है।
उन्होंने कहा कि सभी वैश्विक नेता इस बात पर सहमत हैं कि भारत कम से कम 10 वर्षों तक 6-8 प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि हासिल करेगा, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी ने इसके लिए मजबूत नींव रखी है।
रेल, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री वैष्णव ने कहा कि वह अब तक यहां 40 से अधिक शीर्ष नेताओं से मिल चुके हैं और उन सभी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की नीतियां सही हैं और इसका लाभ मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे ने स्विस रेलवे की कुछ सर्वोत्तम प्रथाओं और प्रक्रियाओं से सीखने के लिए उसके साथ एक एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने की योजना बनाई है।
मंत्री ने कहा कि कुछ पारंपरिक प्रौद्योगिकियों सहित कई अच्छी चीजें हैं, जिन्हें स्विट्जरलैंड से सीखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि स्विस रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों और नीति निर्माताओं के साथ उनकी सकारात्मक बैठक हुई है और उन्होंने उनके नियंत्रण केंद्र का भी दौरा किया।
वैश्विक विशेषज्ञों के एक समूह ने आर्थिक असमानता कम करने में खासकर यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) सहित भारत के मजबूत डिजिटल बुनियादी ढांचे की सराहना की है।
दावोस नवोन्मेष सप्ताह में एक परिचर्चा में विशेषज्ञों ने इस बात पर चर्चा की कि कैसे यूपीआई और डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा भारत में नई ऊंचाई पर पहुंचा। इसका आयोजन ‘वर्ल्ड इनोवेशन इकनॉमिक्स’ ने किया।
परिचर्चा में संजीव सान्याल (प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य), फिलिप वेट्स (स्विट्जरलैंड के एक बैंक अधिकारी), एफी पाइलरिनोऊ (स्विस फिनटेक क्षेत्र से जुड़े) और अशोक रणदिवे (पूर्व-भारतीय नौसेना, गूगल के पूर्व अधिकारी, उद्यमी और निवेशक) शामिल थे।
विशेषज्ञों ने यूपीआई, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा, इंडिया स्टैक 2.0 (देश के लोगों को डिजिटल युग में लाने के लिए एकीकृत सॉफ्टवेयर मंच) सीबीडीसी (केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा), ब्लॉकचेन और आंकड़ों की निजता के बारे में चर्चा की।