ब्रिटेन ने बुधवार को कहा कि उसके व्यापार मंत्री जोनाथन रेनॉल्ड्स और निवेश मंत्री पॉपी गुस्ताफसन ने इस सप्ताह भारत की अपनी यात्राओं में 17 नए निर्यात एवं निवेश सौदों की घोषणा की। इसके साथ ही ब्रिटिश सरकार ने एक बयान में कहा कि भारत सरकार के हालिया केंद्रीय बजट से ब्रिटिश बीमा कंपनियों को भारत में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए और अधिक अवसर मिलेंगे।
सोमवार को रेनॉल्ड्स और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने ब्रिटेन और भारत के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर बातचीत दोबारा शुरू करने की घोषणा की। इससे रोजगार को बढ़ावा मिलने और दोनों देशों में वृद्धि तेज होने की उम्मीद है। बयान के मुताबिक, आम बजट 2025-26 से खासकर ब्रिटिश बीमा कंपनियों की भारत में विस्तार की संभावनाएं बढ़ी हैं।
दरअसल, बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की अनुमति की सीमा को 74 प्रतिशत से बढ़ाकर 100 प्रतिशत कर दिया गया है। दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी प्रौद्योगिकी अर्थव्यवस्था ब्रिटेन की कई प्रौद्योगिकी कंपनियों ने भी भारत में विस्तार की घोषणा की है। ब्रिटिश सरकार ने कहा कि उसके व्यापार मंत्री जोनाथन रेनॉल्ड्स और निवेश मंत्री पोपी गुस्ताफसन ने इस सप्ताह भारत की अपनी यात्रा के दौरान 17 नए निर्यात और निवेश सौदों की घोषणा की है। हालांकि, बयान में इन सौदों का विवरण नहीं दिया गया है।
रेनॉल्ड्स ने कहा कि प्रौद्योगिकी और जीवन विज्ञान ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था के लिए वृद्धि के दो प्रमुख क्षेत्र हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे गर्व है कि सरकार के समर्थन ने इन क्षेत्रों में हमारे कुछ बेहतरीन व्यवसायों को रोमांचक भारतीय बाजार में विस्तार करने में मदद की है।’
बयान के मुताबिक, ब्रिटेन में हाल ही में किए गए 10 करोड़ पाउंड के भारतीय निवेश से अगले तीन वर्षों में एआई, पेशेवर सेवाओं और कपड़ा सहित कई क्षेत्रों में सैकड़ों नए रोजगार सृजित होने की उम्मीद है। निवेश मंत्री गुस्ताफसन ने बयान में कहा, ‘नया भारतीय निवेश साबित करता है कि सरकार की परिवर्तन योजना भारतीय व्यवसायों को ब्रिटेन में निवेश जारी रखने के लिए आवश्यक विश्वास दे रही है।’