facebookmetapixel
रेट कट का असर! बैंकिंग, ऑटो और रियल एस्टेट शेयरों में ताबड़तोड़ खरीदारीTest Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासा

भारत की GDP ग्रोथ रेट FY25 में 6.5 से 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान: Deloitte

भारत को उभरते वैश्विक परिदृश्य के अनुरूप ढलना होगा और सतत वृद्धि के लिए अपनी घरेलू क्षमताओं का इस्तेमाल करना होगा।

Last Updated- January 21, 2025 | 5:55 PM IST
growth

डेलॉयट इंडिया ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर 6.5 से 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। डेलॉयट इंडिया ने अपनी आर्थिक परिदृश्य रिपोर्ट में मंगलवार को कहा कि देश को वैश्विक अनिश्चितताओं से अलग हटकर अपनी घरेलू क्षमता का उपयोग करने की जरूरत है। साथ ही भारत को उभरते वैश्विक परिदृश्य के अनुरूप ढलना होगा और सतत वृद्धि के लिए अपनी घरेलू क्षमताओं का इस्तेमाल करना होगा।

वैश्विक तथा घरेलू चुनौतियों के बावजूद, भारत वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं में आगे बढ़ रहा है। यह उच्च मूल्य वाले विनिर्माण निर्यातों में बढ़ती हिस्सेदारी से स्पष्ट है, खासकर इलेक्ट्रॉनिक व मशीनरी एवं उपकरणों के क्षेत्र में। डेलॉयट इंडिया ने अपने नवीनतम आर्थिक परिदृश्य में वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अपने वार्षिक जीडीपी वृद्धि अनुमान को संशोधित कर 6.5 से 6.8 प्रतिशत कर दिया है, जबकि अगले वित्त वर्ष 2025-26 के लिए इसे 6.7 से 7.3 प्रतिशत पर रखा है।

डेलॉयट इंडिया ने अक्टूबर में अपनी आर्थिक परिदृश्य रिपोर्ट में चालू वित्त वर्ष के लिए देश की आर्थिक वृद्धि दर 7 से 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था। डेलॉयट इंडिया की अर्थशास्त्री रुमकी मजूमदार ने कहा, ‘‘पहली तिमाही में चुनाव संबंधी अनिश्चितताओं तथा उसके बाद की तिमाही में मौसम संबंधी व्यवधानों के कारण निर्माण तथा विनिर्माण में मामूली गतिविधि से सकल स्थिर पूंजी निर्माण अपेक्षा से कमजोर रहा। पहली छमाही में सरकार का पूंजीगत व्यय वार्षिक लक्ष्य का मात्र 37.3 प्रतिशत रहा, जो पिछले वर्ष के 49 प्रतिशत से काफी कम है तथा इसमें अपेक्षित गति प्राप्त करने में देरी हो रही है।’’

Also read: HSBC Hurun Global Indians List : दुनियाभर में भारतीय मूल के CEO का डंका, सत्या नडेला पहले तो सुंदर पिचाई दूसरे स्थान पर; देखें पूरी लिस्ट

डेलॉयट ने अपनी रिपोर्ट में कहा, सरकार खुदरा निवेशकों के बढ़ते महत्व को स्वीकार करती है और आगामी केंद्रीय बजट 2025-26 में उनकी भागीदारी को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर सकती है। इन उपायों में निवेश प्रक्रियाओं को सरल बनाना, घरेलू बचत को बाजार की अस्थिरता से बचाने के लिए सुरक्षा तंत्र को बढ़ाना और अभियानों तथा प्रोत्साहनों के जरिये वित्तीय समझ को बढ़ावा देना शामिल हो सकता है।

First Published - January 21, 2025 | 5:55 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट