प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के हालिया नीतिगत बदलाव ने वैश्विक निवेशक समुदाय को स्वागत का संकेत दिया है। सुधार पर सरकार का जोर, बढ़ती उपभोक्ता मांग के साथ बड़ी आबादी और तकनीकी को तेजी से अपनाए जाने का मतलब साफ है कि वैश्विक महामारी के बाद की दुनिया में भारत अवसरों को भुनाने के लिए एक अनोखी स्थिति में है। यह बात फेयरफैक्स के चेयरमैन और भारत में जन्मे कनाडाई अरबपति वी प्रेम वत्स ने कही।
फेयरफैक्स के सीईओ चंद्र रत्नास्वामी के साथ संयुक्त रूप से हस्ताक्षरित एक पत्र में शेयरधारकों से वत्स ने कहा कि राजनीति स्थिरता ने 2020 में महत्त्वपूर्ण नीतिगत पहल करने की सुविधा
प्रदान की। यदि उदारीकरण जारी रही तो अगले कुछ वर्र्षों में 5 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के प्रधानमंत्री का सपना साकार हो सकता है।
वत्स ने कहा, ‘वैश्विक महामारी के दौरान शुरू की गई नीतिगत पहल विदेशी पूंजी को आकर्षित करने के लिए काफी महत्त्वपूर्ण पहल हैं।’ उन्होंने कुछ नीतिगत बदलाव का उल्लेख किया जिसमें उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (पीएलआई), कृषि व्यापार सुधार, श्रम कानून सुधार आदि शामिल हैं।