मॉर्गन स्टैनली ने आज वित्त वर्ष 2023 के लिए भारत की वृद्धि का पूर्वानुमान घटाकर 7.6 फीसदी कर दिया, जो पहले 7.9 फीसदी अनुमानित था। इसने कहा है कि वैश्विक वृद्धि में मंदी, जिंसों की ऊंची कीमतों और वैश्विक पूंजी बाजारों में जोखिम से बचने का रुख एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में गिरावट के जोखिमों को दर्शाते हैं।
इस निवेश बैंक ने कहा, ‘असर प्रमुख रूप से कारोबारी रुझान पर प्रतिकूल असर के जरिये होगा क्योंकि मांग में मंदी, उच्च महंगाई और वित्त की लागत बैलेंस शीट कमजोर होगी और पूंजीगत व्यय की वसूली में देरी होगी। घरेलू स्तर पर सरकार या केंद्रीय बैंक के नीतिगत रुख में बदलाव करने से अर्थव्यवस्था के लिए वृहद आर्थिक स्थिरता जोखिम पैदा हो सकते हैं, जिनसे वृद्धि सुस्त पड़ सकती है।’